आदत से मजबूर लोग / habitual people
प्रस्तावना / Preface
हमारी आदतें जो हमारे अंदर कब प्रवेश कर जाती है और कब वह हमारे अन्दर हावी हो जाती है। यह हमें पता भी नहीं चलता है और वह हमेशा के लिए हमारी जिन्दगी में शामिल हो जाती है। जिनसे दूर होना हमारे लिए असंभव हो जाता है क्योकि हमें पता ही नहीं चलता कि यह चीज हमारी आदत बन चुकी है और जब तक हमें उस चीज का एहसास होता तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। अपनी आदतन हम जो करते है उसका हमारे जीवन में बहुत असर पड़ता है इसलिए अगर हमारी आदतें अच्छी है तो वह हमारे जीवन में एक सकारात्मक प्रभाव डालती है और अगर बुरी आदतें है तो नकारात्मक प्रभाव डालती है। हमारी आदतों कि वजह से कभी -कभी लोगों के किये हुए उपहास का सामना भी करना पड़ता है।
habitual people |
हमारे जीवन कि आदतें / habits of our lives
हमारे जीवन में बहुत सी आदतें होती है जो हमें कभी बदलनी नहीं चाहिए क्योकि हमारी अच्छी आदतें हमेशा लोगों के बीच में अलग बनाती है और बुरी आदतें हमारा अपमान कराती है। हर व्यक्ति के अन्दर बचपन से ही बहुत सी आदतें हमारे जीवन में अपने आप आ जाती है जिनके बारे में हमें खुदको पता ही नहीं होता है मगर जब पता चलता है तब उनको दूर कर पाना बहुत मुश्किल होता है। जो आदतें हमारे अन्दर होती है वह हमें मजबूर कर देती है जस वजह से हम कहि भी अपनी आदतन ऐसी हरकतें कर देते है जो हमे नहीं करनी चाहिए जिसके कारण हमें उपहास का सामना करना पड़ता है। आदत ऐसी होनी चाहिए जो आपके कद को समाज में बढ़ा दे जिससे आप अपने आपको लोगो की नजरो में स्थापित कर सकें।
कभी -कभी हम अपने घर में ही देखते है कि परिवार में कोई ऐसा एक व्यक्ति जो अपनी आदतों के कारण परिवार से अलग -थलग पड़ जाता है क्योकि वह व्यक्ति अपनी आदतों कि वजह से अपने घर वालो कि नजरों में अपनी जगह नहीं बना पाता है इसलिए हमें उन आदतों को अपने से दूर करने कि कोशिश करना चाहिए जिन आदतों से किसी को परेशानी हो। आदतें तो हम सभी के जीवन में होती है कुछ अच्छी और कुछ बुरी लेकिन जो आदत हमें समाज में झुका दे या लोगो के लिए नजरों में हमें गिरा दे। ऐसी आदतों को हमें अपने आपसे दूर कर देना चाहिए ताकि हमें किसी के सामने शर्मिंदा ना होना पड़े। अपनी आदतन हम लोग कभी -कभी अपने मार्ग से भटक जाते है और अपना जीवन बर्बाद कर लेते है।
जीवन में अच्छी आदतें / good habits in life
हमारी जिन्दगी की अच्छी आदतें हमें कर्तव्यपूर्ण बनाती है जिससे हम जीवन में अच्छे व्यक्तित्व वाले इंसान बनते है। हमारे जीवन में जो अच्छी आदतें होती है वह हमारे जीवन में एक मार्ग -दर्शक का काम करती है जिसके कारण हम अपने जीवन के रास्तो को और भी ज्यादा आसान बनाते है जिससे हम तरक्की के मार्ग को प्राप्त करते है। हम अपनी अच्छी आदतों के कारण लोगो की नजरो में अपने प्रतिष्ठा और मान -सम्मान को बढ़ाते है। अच्छी आदते हमें हमारे घर वालों से प्राप्त संस्कारों और उनके द्वारा दिए गए उद्देशो से मिलते है। हमारे घर का माहौल भी हमारी अच्छी आदतों का कारण होता है। एक अच्छी दिनचर्या हमारे अन्दर अच्छी आदतों का संचार करती है।
अच्छी आदतों का मतलब यह भर नहीं होता कि हम बहुत मेहनती है , हम बहुत ईमानदार है ,सबका ध्यान रखने वाले है ,सब लोगो के लिए काम करने वाले है बल्कि अच्छी आदतों का मतलब यह होता है कि जब हम छोटी -छोटी चीजों का अधिक ध्यान रखते है जैसे हाथ धुलते समय उस नल को भी साफ करना ,नहाते समय साबुन को साफ करके रखना ,अच्छी तरह से बैठकर भोजन करना ,कोई भी काम करने के लिए साफ चीजों का इस्तमाल करना जो हमारी अच्छी आदतों को दर्शाती है ऐसी बहुत सी चीजें होती है। जिन्हे हम नजरअंदाज कर देते है जो हमें कभी नहीं करना चाहिए क्योकि छोटी -छोटी अच्छी आदतों के कारण ही आप लोगो की नजरों में एक सम्मानित व्यक्ति बन पाते हो।
जीवन में बुरी आदतें / bad habits in life
जिस प्रकार से हमारे अन्दर अच्छी आदतें होती है ठीक उसी तरह से बुरी आदतें भी होती है यह हमें सोचना होता है कि हमारी कौन सी आदत अच्छी है और कौन सी बुरी है और जो हमारे अन्दर बुरी आदतें है उन्हें हम कैसे अपने आप से दूर करे क्योकि बुरी आदतों को अपना लेना बहुत आसान होता है लेकिन उन्हें छोड़ना उससे भी ज्यादा कठिन होता है। बुरी आदतें हमें हर तरह से नुकसान देती है हमें समाज में लोगो कि नजरो से गिरा देती है। बुरी आदतें हमको शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से नुकसान पहुँचाती है जिससे हम नकारात्मक और आलसी हो जाते है। सिगरेट ,शराब पीना या फिर ओर कोई भी नशा करना ,जुआ ,सट्टा खेलना और किसी को नीचा दिखाना ,अपने आपको होशियार और दूसरे को मुर्ख कहना ऐसी बहुत सी चीजे होती है जो हमें बुरी आदतों के आधीन करती है जो हमारे लिए किसी भी तरह से अच्छी नहीं होती है।
बुरी आदतें वह भर नहीं होती जो हमें दिखाई देती है जबकि बहुत सी बुरी आदतें नजर नहीं आती है जो हमारे जीवन को अस्त -वस्त किये रहती है और हम कभी समझ नहीं पाते है इसलिए हमे बड़ी आदतों के साथ अपनी छोटी-छोटी बुरी आदतों पर ज्यादा नजर रखनी चाहिए जिससे हम अपने जीवन को एक सही दिशा प्रदान कर सकें। हम अगर अपने आप में अनुभव करे तो हम अपने घर पर ही बहुत सी बुरी आदते को अंजाम देते रहते है और हमें कभी समझ में भी नहीं आता है। जैसे हम नहाते समय साबुन को लगाने के बाद कभी साफ करके नहीं रखते है ,खाना खाते वक्त हाथ को साफ नहीं करते और वैसे ही खाने को बैठ जाते है ,सुबह जल्दी ना उठना ,देर रात तक पार्टी करना ,अपने काम में मन ना लगाना ,वह लोग जो हमेशा दूसरों को तकलीफ देते है इस तरह बहुत सी बुरी आदतें होती है जो हमें इंसानियत का पाठ कभी नहीं पड़ने देती है।
उपसंहार / Epilogue
व्यक्ति अपनी आदतों से मजबूर इसलिए हो जाते है क्योकि लोग ना कभी उन आदतों पर ध्यान देते है और ना ही कभी उन पर सुधार लाने कि कोशिश करते है। अगर व्यक्ति कि आदतें अच्छी है तो उन्हें बदलने कि कोई आवश्यकता नहीं होती है लेकिन अगर उसमे बुरी आदतें है तो वह आदतें हमारा सामाजिक स्तर को गिरा देती है जिससे हमारे मान -सम्मान और प्रतिष्ठा में फर्क पड़ता है। जब हम दूसरों को उपद्देश देते है तो उससे पहले हमें अपने अन्दर झाक कर देखना चाहिए और सोचना चाहिए कि हमारे अन्दर भी तो वही कमी है अगर हम ऐसा सोचने लगे तो हम अपनी आदतों के आगे मजबूर होना छोड़ सकतें है और अपने आपको एक अच्छा व्यक्ति बना सकतें है।
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