शुक्रवार, 22 जुलाई 2022

हमारा जीवन और ध्वनि प्रदूषण/Our life and noise pollution

हमारा जीवन और ध्वनि प्रदूषण / Our life and noise pollution



ध्वनि प्रदूषण भी एक तरह का हानि कारक प्रदूषण है जो की मानव के कारण की जाने वाली गतिविधियों से पैदा होता है जो की मानव और पशु पंक्षी कि जिंदगी में असंतुलन उत्पन्न करता है ध्वनि प्रदूषण से हमारे ब्रम्हांड में भी गतिविधिया होती है। ध्वनि प्रदूषण हमारे जीवन को उथल -पुथल कर देता है। अगर कोई व्यक्ति बिजली वाले उपकरण का उपयोग कर रहा हो जिसकी आवाज असीमित हो तब वह संगीत का लुप्त उठाना नहीं कहलाता बल्कि ध्वनि प्रदूषण फैलाना होता है ध्वनि प्रदूषण आवाज को कहते है जो जरूरत से ज्यादा हो तो वह प्रदूषण बन जाती है। लेकिन हमारे देश बहुत कम लोग है जो इन सब चीजों को जानते है और जो इस ध्वनि प्रदूषण के प्रति काम करते है और लोगो को जागरूक करते है। 


Our life and noise pollution



ध्वनि प्रदूषण को हमने ही बढ़ावा दिया है बहुत सी चीजों को अनाव्यशक ध्वनि के रूप में कथित रूप में किया जाता है जो हमारे जीवन में सामान्य रूप से बाधा डालती है ध्वनि प्रदूषण उद्योग धन्धो से या फिर गैर उद्योग धन्धो की उत्सृजन के कारण होता है। जैसे जब हम अपने वाहन को लेकर बनवाने के लिए सर्विस सेंटर जाते है तो हम देखते है की जिन गाड़ियों की सर्विस हो रही होती है उनकी आवाज से बहुत ज्यादा ध्वनि प्रदूषण होता है ऐसे ही बहुत सी चीजे जिनकी सर्विस करते समय उनकी जांच की जाती है और उससे ध्वनि प्रदूषण होता है। 


ध्वनि प्रदूषण प्रकृति द्वारा बनाये गये पेड़ -पौधे जंगलो जीव जन्तु मनुष्य के शरीरिक और मानशिक स्वाश्थ में बहुत बुरी तरह असर डालता है बढ़ता हुआँ ध्वनि प्रदूषण का स्तर धरती पर इस समय और आने वाली पीढ़ियों के लिए सबसे बड़ा खतरा बनता जा रहा है अत्याधुनिक विकास ध्वनि प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है। बहुत ज्यादा तेजी से संगीत संयत्र को सुनना कानो के लिए नुकसान दायक है जिसके कारण हम बहरे भी हो सकतें है। इसलिए हमें संगीत संयत्र बहुत आराम से सुनना चाहिए जिससे हमें आनन्द मिले और हमें नुकसान भी ना पहुंचे। 


ध्वनि प्रदूषण ज्यादातर बड़ी -बड़ी कम्पनीयो में लगी इकाइयों में स्तमाल होने वाली भारी भरकम मशीनों के कारण भी होता है इसके आलावा बड़े शहरों के विकास कार्यो के कारण भी होता है क्योकि इसमें बहुत ज्यादा ध्वनि प्रदूषण होता है। ध्वनि प्रदूषण और भी चीजों से फैलता है जैसे वाहनों के आवागमन से परिवहनो से होने वाले शोर गुल से फैलता है रेलवे में चलने वाले लोकोमोटिव इंजन से रेलवे स्टेशन में होने वाले अलाउंसमेंट से जिसके जरिये से लोगो को यह बताया जाता है कि ट्रेन कब आएगी ट्रेन में बजने वाले हॉर्न से ध्वनि प्रदूषण फैलता है। 



ध्वनि प्रदूषण फ़ैलाने के लिये हवाई जहाज भि जिम्मेदार होता है क्योकि जब हवाई जहाज ऊपर जाता है और जब नीचे उतरता है तब उसमे से बहुत ध्वनि प्रदूषण होता है इसके अलावा घरेलू उपकरण जैसे की फ्रूड प्रोसेसर म्यूजिक सिस्टम टेलीविजन कूलर पंखे जनरेटर आवाज करने वाले गेम इत्यादि सभी ध्वनि प्रदूषण के कारण है। जब भि कहि भी शादियां होती है त्यौहार हो बच्चे का जन्म बड़े घरो में जबभि कोई कार्यक्रम होते है तब बहुत ज्यादा मात्रा में आतिश बाजी का प्रयोग करते है जो ध्वनि प्रदूषण के लिये बहुत ही हानि कारक होता है हमे इसके लिये लोगो जागरूक होना चाहिये इसमें कमी लानी चहिये ताकि ध्वनि प्रदूषण में कुछ कमी हो सके। 


ध्वनि प्रदूषण से हमारे शरीर पर भी बहुत असर पड़ता है ध्वनि प्रदूषण से हमे सुनने में बहुत दिक्क्त होती है और इससे मानसिक संतुलन भी बिगड़ा है ध्वनि प्रदूषण कि वजह से हमे निंद्रा में भी परेशानी होताी है ध्वनि प्रदूषण ह्दय रोगियों के लिये बहुत हानि कारक होता है। ध्वनि प्रदूषण की वजह से लोगो की ह्दय की गति बढ़ जाती है जिसकी वजह लोगो दिल का दौड़ा पड़ जाता है यह पागलपन का कारण भि बनता है जिसकी वजह से लोग अपना मानसिक संतुलन खो देते है और काम करने के स्थान पर हमारे काम में भी बाधक बनता है इस लिये हमे ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिये कार्य करना 


सरकारी नियमो का हमे पालन करना चहिये हमे रात्रि १० बजे के बाद हमे लॉडीस्पीकर या फिर म्यूजिक सिस्टम और ना ही हमे ऐसे कार्येक्रम करने चहिये जिसमे तेज आवाज हो क्योकि ध्वनि प्रदूषण हमारे लिये हमारी पृथ्वी के लिये बहुत ज्यादा हानि कारक है। ध्वनि प्रदूषण से बचने के लिये हम अपने कान पर एयरप्लग का इस्तमाल कर सकते है लेकिन यह कोई परमानेंट समाधान नहीं है इसको निष्क्रय करने के लिये हमे समाज में एक संतुलन बनाना होगा और हमे इसमें कमी लाना होगा जैसे की रास्ते में चलते वक्त हार्न का प्रयोग कम करे घर पर म्यूजिक सिस्टम धीमा बजायें। 


उत्साह के कार्यक्रम म्यूजिक साधारण तौर में चलाये और किसी भी तरह के सोर गुल वाले कामो में सोर कि क्षमता को कम करने कि कोशिश करे अपने आप के प्रति और दुसरो के प्रति जम्मेदार बने और दुसरो को भी जम्मेदारी का एहसाँस  कराये ताकि हम इस ध्वनि प्रदूषण से लड़ सके और अपने समाज को इस धरती को सुरक्षित कर सके। ध्वनि प्रदूषण से जीव -जन्तु और पेड़ -पोधो को भी बहुत असर डालता है हमें उनकी सुरक्षा के लिए भी काम करना होगा क्योकि वह भी इस धरती के प्राणी है और उनके बिना हमारा जीवन सम्भव नहीं है। इसलिए हमे उनका ख्याल और सुरक्षित रखना होगा ताकि हमारी धरती खूबसूरत बनी रहे। 



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