हमारे जीवन में घर का महत्व बहुत बड़ा है / Home is very important in our life.
प्रस्तावना / Preface
घर जीवन में जो एक परिवार के लिए व्यक्ति और जीव -जन्तु ,पशु -पंक्षी के बहुत जरूरी होता है जिसके बिना प्राणी जाति का जीवन यापन करना बहुत कठिन हो जाता है। प्राचीनकाल में जब प्राणी और अन्य प्राणी जाति का जन्म हुआ तब जीव -जन्तु जमीन में और जमीन के अन्दर अपना बसेरा करते थे वही पशु जंगलो में और पंक्षी पेड़ -पोधो में अपना बसेरा करते थे और आज भी वैसे ही करते है मगर मानव जाति पहले गुफाओं में बसेरा करती थी फिर जब धीरे -धीरे उन्हें ज्ञान होने लगा तब वह झोपड़ी बना कर रहने लगे। हमारे जीवन में परिवर्तन होते गए और घर नए -नए रूप में परिवर्तित होते गए आज जिसके पास जिस प्रकार से पैसा होता है वह उस आधार पर एक घर बनाता है। घर हमारे लिए एक सुखद विश्राम के लिए होता है। घर जो हमें मानसिक शांति प्रदान करता है जो हमें और हमारे परिवार को सुरक्षा प्रदान करता है। घर से हमारी पहचान बनती है और एक नाम बनता है। ये हमें सर्दी ,गर्मी और बरसात से सुरक्षित रखता है
importance of home in life |
घर का अर्थ / meaning of home
घर का अर्थ होता है मकान एक ऐसी जगह जिसमे चार दीवारे और एक छत होती है जो प्राणी जगत के लिए बहुत उपयोगी होता है कहने के लिए एक मकान ईटा ,पत्थर ,सीमेन्ट आदि से बनता है लेकिन उसे एक सुन्दर घर उसमे रहने वाले सभ्य लोग बनाते है।भारत में रहने वाले लोगो के लिए घर का अर्थ होता है हमारा मंदिर क्योकि भारत में हर चीज की पूजा होती है इसी लिए हम घर को मन्दिर कहते है क्योकि हम अपने घर में अपने पुरे जीवनकाल का आधे से अधिक समय गुजारते है। घर में हमें सुख-शान्ति प्राप्त होती है और अपने आपको सुरक्षित महसूस करते है इसी लिए हम घर को मन्दिर कहते है क्योकि हमारे लिए हमारा घर सुविधाजनक जगह होती है जहा हमें मानसिक रूप से शांति मिलती है।
घर जो सभी की जरूरत होती है लेकिन हर किसी के पास घर नहीं होता है कुछ लोगो के पास सारी सुविधाएं होती है और कुछ के पास नहीं होती वह लोग खुशकिस्मत होते है जिनके पास सुख-सुविधाओं से भरा घर होता है। कुछ लोगो को जन्म लेते ही सब कुछ मिल जाता है और कुछ लोग अपनी पूरी जिन्दगी में एक घर नहीं बना पाते है और पूरा जीवन फुटपाथ या फिर झोपड़पट्टी में गुजार देते है। हम खुशनसीब है जो हमारे पास अपना घर है छोटा ही सही मगर सारी सुविधाएं है जिससे हमें सुख प्राप्त होता है। हम जानते है की हमारे जीवन में तीन चीजे सबसे ज्यादा जरूरी होती है रोटी ,कपड़ा और मकान इनके बिना हमारा जीवन जीना असम्भव है इस लिए जीवन में घर बहुत जरूरी है।
मेरे लिए घर का अर्थ है एक ऐसी जगह जहा हमारी हर सुबह की शुरुआत होती है जो हमारे जीवन की शुरुआत का सबसे बड़ा साक्षी होता है जहा हम जीवन से लेकर मृत्यु तक का सफर तय करते है। उस घर में रह कर हम जीवन के सरे उतार-चढ़ाव देखते और उनका सामना करते है हम अपने घर में रह कर अपने बड़े -बूढ़ो से अपनी संस्कृति ,सभ्यता और परम्पराओं के बारे जानते और समझते है ताकि हम उसे अपनी आने वाली पीढ़ी को दे सकें जिससे हमारी संस्कृति ,सभ्यता और परम्पराए हमेशा जिन्दा रहे और हम अपने संस्कारों के साथ जिये जिससे हमारी इन्सानियत हमेशा बनी रहे। जब हमारे पास घर होता है। बड़े-बुजुर्गो का साथ होता है तब हमारे और बच्चों के अन्दर संस्कारों का संचार होता है। जिससे हम एक अच्छा जीवन जीने में सफल होते है।
घर का महत्व / importance of home
एक घर का महत्व उस व्यक्ति से ज्यादा कोई नहीं जान सकता जो अपना जीवन फुटपाथ और झोपड़पट्टी में गुजारता है। उस व्यक्ति को पता होता है की घर के बिना जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है और कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। घर एक प्रेणना स्रोत होता है जो हमे जीवन में आगे बढ़ने का हौसला प्रदान करता है जो हमारे सपनो को पूरा करने में हमारी मदद करता है। जीवन के हर पल का साक्षी होता है हमारा घर हमारी पहचान बनाता है जिससे लोग हमे जानते है हम कभी भी कुछ भी करते है कही भी जाते है लेकिन जो शान्ति ,शुकुन और आराम हमें घर पर मिलता है वह दुनिया में कही भी नहीं मिलता है। जब हमारे पास घर होता है तब हम अपने जीवन को एक नया आधार दे पाते है। हमारा घर हमे हर मौसम और जीव -जन्तु ,पशु -पंक्षी से सुरक्षित रखता है।
हमें हमारे परिवार को एक अच्छा और सफल जीवन प्रदान करने के लिए अगर कोई चीज सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है तो वह एक अच्छा घर होता है जिससे हम अपने परिवार को एक सफलता पूर्ण जीवन प्रदान कर पाते है।अगर हमारे पास घर नहीं होगा तो हम अपने परिवार को एक अच्छा जीवन नहीं दे पाएंगे क्योकि हमारे परिवार के लिए सुविधाएं तभी हो सकती है जब हम एक घर बनाते है जब हमारे पास घर होता है तब हम अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए हम उन्हें वह सुविधा दे पाते है जो बिना घर के मुमकिन नहीं है। घर व्यक्ति का जीवन बदल देता है जिससे वह व्यक्ति समाज में प्रतिष्ठावान बन जाता है और जब व्यक्ति एक मुकाम को हासिल कर लेता है तब वह अपने लोगो और समाज को भी आगे बढ़ाने का काम करता है।
भारत में घर होना वहुत बड़ी बात है क्योकि यहां बहुत गरीबी है लोग आज भी रोजी-रोटी के लिए परेशान रहते है ऐसे में लोगो के लिए एक घर बना पाना सपने जैसा होता है इस लिए यहां की सरकारें और कुछ संस्थाए घर बनाने में लोगो की मदद करती है छोटा ही सही मगर लोगो को अपना घर मिल जाता है क्योकि सर पर छत होना बहुत बड़ी बात होती है क्योकि जब व्यक्ति के पास अपना घर होता है तो लोग बड़ा शुकुन महसूस करते है। जब हमारे पास एक घर होता है तो उस घर में रह कर हम अपने रीती रिवाज त्यौहार और अपनी परम्पराओ को निभाते और उनका पालन करते है। जिससे हमारी अगली पीढ़ी उन सभ्यताओं को देखती और समझती है इससे वह संस्कार जो हमारे अन्दर है वह हमारी अगली पीढ़ी को मिलते है वह पीढ़ी उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करती है।
घर के प्रति संघर्ष / struggle for home
वैसे तो घर की जरूरत जगत में हर प्राणी जाति को होता है। जीव -जन्तु ,पशु -पंक्षी या फिर कीडे -मकौड़े हो यह प्राणी जाति अपना ठिकाना कही जमीन ,जंगल ,गुफाएं ,पेड़ -पौधे ,नदियों ,तालाबों ,समंदर आदि जगहों पर मेहनत करके अपना घर बना लेते है जैसे चिड़िया अपना घोंसला बनाने के लिए कड़ी मेहनत करके तिनका -तिनका इकट्ठा करती है और अपने बच्चो के लिए घोंसला तैयार कर लेती है ठीक इसी प्रकार जमीन के अन्दर रहने वाले जीव मेहनत करके जमीन के अन्दर अपना घर बनाते है और जंगलो में रहने वाले जनवर खुले आसमान के नीचे रहना पसन्द करते है लेकिन मौसम की मार से बचने के लिए गुफाओं ,घनी झाड़ियाँ ,खोखले पेड़ आदि का सहारा लेते है। बहुत से जीव जो पानी के अन्दर अपना घर बनाते है।
मगर मानव जाति के साथ ऐसा नहीं होता है उसे अपना घर बनाने के लिए बहुत मेहनत करके पहले पैसे कमाना पड़ते है। और फिर एक अच्छी जगह देख कर उसे एक जमीन खरीदना पड़ता है फिर हम उस पर घर बनाते है। आज तो बहुत से अत्याधुनिक घर बनते है। हमारे देश में लोग अपने घर को बड़े प्यार और जज्बातो के आधार पर घर बनाते है घर बनाते समय लोग वास्तु का भी ध्यान रखते है क्योकि व्यक्ति को एक अच्छा और वास्तु दोष मुक्त घर बनाना होता है। जब हमारा घर बन जाता है। तब हम उसे अपनी संस्कृति और सभ्यता के आधार पर सजाते और सवांरते है। जिससे हमारे घर में हमारी संस्कृति की झलक दिखाई देती है। घर पर हम एक मन्दिर बनाते है। जहां पूरा परिवार बैठ कर पूजा -पाठ करते है जिससे पूरे घर में सकारात्मकता का संचार होता है।
उपसंहार / Epilogue
प्राणी जाति के लिए घर बहुत जरूरी होता है और एक व्यक्ति जब घर बनाता है तब उसका और उसके परिवार का विकास होता है।घर बनाते समय हम बहुत सी चीजों का ध्यान रखते है जिससे हमारे घर में हमारी संस्कृति और सभ्यता की झलक मिल सकें और इतना सुविधाजनक हो जिससे हमारी सारी जरूरते पूरी हो सकें। घर बनाते समय हम वास्तु का भी ध्यान रखते है जिससे हमारे घर किसी भी तरह कलह ना हो सकें और घर पर शान्ति बनी रहे जिससे हमारा परिवार अच्छी तरह से रह सकें। हमें घर पर मानसिक शान्ति प्राप्त होती है। हमारे परिवार का विकास तभी हो सकता है जब हमारे पास एक अच्छा घर होता है। घर होने से हम अपने बड़े -बुजुर्गो का ध्यान रख पाते है और उनकी सेवा कर पाते है। हमारे बच्चे घर में खुशहाल रहते है क्योकि उन्हें घर पर खेलने -कूदने और मनोरंजन करने के लिए साधन प्राप्त होते है।
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