सोमवार, 3 अक्तूबर 2022

आचरण का महत्व / importance of conduct

 आचरण का महत्व / importance of conduct


प्रस्तावना / Preface


आचरण जीवन का एक ऐसा आधार है जिसके होने से कोई भी चीज सभ्य नजर आती है जो इंसानियत ,सभ्यता ,संस्कृति और हमारे व्यक्तित्व का बोध कराता है। एक व्यक्ति के जीवन में आचरण का आभाव सर्वाधिक होता है बिना आचरण के किसी भी चीज में शालीनता नहीं झलकती है। अगर हमारे शब्दों में अच्छा आचरण नहीं होगा तो वह शब्द क्रूर होंगे जिसमे कोई इंसानियत नहीं होगी। आचरण हर चीज के व्यक्तित्व को दर्शाता है जो हमे एक मार्ग प्रदर्शित करके देता है। शिक्षा में अगर आचरण ना हो तो वह शिक्षा वर्थ होती है क्योकि आचरण शिक्षा को मूल्यवान बनाता है। हम जो भी करते है बोलते ,पढ़ते ,सीखते आदि काम करते है। हर चीज में आचरण का आभाव होता है क्योकि हमारा आचरण ही हर चीज की भावना को प्रकट करता है। जिस चीज में भावनाये नहीं होती उसमे आचरण नहीं हो सकता है। आचरण का संबन्ध हमारे अचार -विचार ,भावना ,जीवनशैली ,दिनचर्या और समाज में हमारी प्रस्तुति से होता है जो यह निर्धारित करता है की हम किस आचरण के व्यक्ति है। 







आचरण का अर्थ / meaning of conduct


आचरण का अर्थ है एक सुशोभित और सभ्यतापूर्ण संरचना जिसे समाज में एक व्यक्तित्व प्राप्त होता है जिसके कारण एक व्यक्ति और उस हर एक चीज को समाज में एक मुकाम हासिल होता है जिसमे आचरण होता है। आचरण समाज में आपके सदभाव को प्रस्तुत करता है जो जीवन में आपको आगे बढ़ाने का कार्य करता है। आचरण का व्यक्ति के जीवन में एक विशेष महत्व होता है। अगर एक व्यक्ति का आचरण अच्छा है तो उस व्यक्ति का हर चीज में विकास होता है क्योकि आचरण एक व्यक्ति के अन्दर सकारात्मक सोंच का विस्तार करती है जिसके कारण व्यक्ति के व्यक्तित्व में बढ़त होती है। आप अपने विचारो में बदलाव लाए जिससे आप अपने आपको साबित कर सकते है की अगर आपके आचरण अच्छे है तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। 


आचरण हमारी जिंदगी का मूल आधार होता है  क्योकि एक व्यक्ति का आचरण यह प्रदर्शित करता है की उस व्यक्ति का आचरण सकारात्मक है या फिर नकारात्मक है। जैसे किसी किताब के शव्द यह प्रदर्शित करते है की उसमें लिखें शव्दो का आचरण कैसा है। कहते है की हमारे अन्दर की सोच हमारे आचरण को व्यक्त करती है। अच्छा आचरण एक व्यक्ति की कुशलता ,कोमलपन और प्रतिष्ठा को प्रदर्शित करता है। अच्छा आचरण वाला व्यक्ति कभी किसी का दिल नहीं दुखाता जो व्यक्ति अपनी बातो से और अपनी आदतों से सबका दिल जीत ले और कभी किसी का बुरा ना करे जो हमेशा विनम्र हो और मीठा बोलने वाला हो। एक अच्छे आचरण वाला व्यक्ति हमेशा दुसरो की मदद करने वाला होता है वह योग-साधना ,आराधना ,और सदभावना वाला व्यक्ति होता है। 


एक अच्छे आचरण वाला व्यक्ति हमेशा विश्वास से भरा होता है वह वड़े-बूढ़ो की हमेशा इज्जत करता है उनको सम्मान देता है जो दुसरो के दर्द को अपना समझता है अच्छे आचरण वाला व्यक्ति शुद्ध वातावरण में रहना पसन्द करता है जो हमेशा अपने आस-पास सफाई रखना पसन्द करता है ऐसे व्यक्तित्व वाला व्यक्ति आचरण से भलीभूत होता है। आचरण का अर्थ है की एक अच्छे आचरण वाला व्यक्ति हमेशा दुसरो को प्रभावित करता है। अच्छे आचरण वाला व्यक्ति कभी बेजुबान जीव-जन्तु ,पशु -पंक्षी की हत्या नहीं करता है बल्कि वह उनका संरक्षण करता है ताकि उन्हें कोई नुकसान ना हो। जो लोग बिना किसी कारण जीव -जन्तु ,पशु -पंक्षी और पेड़-पोधो को नुकसान पहुंचाते है वह लोग अच्छे आचरण वाले व्यक्ति नहीं होते है। 


आचरण का महत्व / importance of conduct


 अच्छा आचरण इंसान को प्रकृति से प्यार करना सिखाता है प्राणी और अन्य प्राणी जाति के लिए जीना सिखाता है हमारे वेद-पुराण ,ग्रंथ हमारे प्राचीनकाल के आचरण को प्रदर्शित करते है जो हमें बताते है की हमारे देश में आचरण का क्या महत्व होता था। उस आचरण का सबसे बड़ा प्रतीक हमारी सभ्यता ,संस्कृति और हमारी परम्पराये है जो उस समय के आचरण को हमें समझाती है जिससे हमें यह पता चलता है की उस समय कितना उन्नत आचरण होता था। प्राचीनकाल के आचरण से हमें यह भी पता चलता है की तब के लोगो के अन्दर आचरण कितना आभाव होता था। जीवन में प्राणी के आचरण यह तय करते है की उसका अगला जन्म क्या होगा। जो व्यक्ति आचरण को महत्व देता है और अपने आचरण को लेकर जीता है वह व्यक्ति हमेशा समाज में अपनी छाप छोड़ता है। जिनके विचार अच्छे होते है उनके ऊपर भगवान की असीम कृपा होती है क्योकि हमारे पास कुछ होता है तो हमारे अच्छे कर्म और अच्छे आचरण और इसी के कारण हम भगवान के करीब होते है। 


एक व्यक्ति के अन्दर आचरण की शुरुआत बचपन से होती है जो माता-पिता अपने बच्चे के अन्दर अपने संस्कारो ,सभ्यता ,और परम्पराओं की नीव डालते है जो माता -पिता  वेद -पुराण और ग्रन्थों के बारे में बचपन से अपने बच्चो बतलाते है वह बच्चा बड़ा होकर एक अच्छे आचरण वाला व्यक्तु बनता है और समाज में उसकी ख्याति फैलती है और ऐसा व्यक्ति अपना और समाज का हर तरह से विकास करता है क्योकि ऐसा व्यक्ति आचरण का महत्व जनता और समझता है क्योकि मानव जीवन भगवान की अनंत कृपा के बाद ही प्राप्त होता है इस लिए हमें इस जीवन को व्यर्थ में बर्बाद नहीं करना चाहिए बल्कि इस जीवन को सार्थक बनाने के लिए हमें अपने आचरण के आधार पर चलना चाहिए। जो लोग अपने जीवन को धैर्य ,विनम्र ,और सयंम के साथ जीते है ऐसे लोग एक दिन परमात्मा की शरण प्राप्त करते है। 


हम जब इस धरती पर आते है तब हम कुछ भी लेकर नहीं आते और जब हम यहां से जाते है तब सिर्फ अपने जीवन काल में किये हुए कर्मो के फल स्वरूप उसका फल लेकर जाते है और उससे हमारा अगला जन्म निर्धारित होता है इस लिए हमे ऐसे कर्म करने चाहिए जो हमारे आचरण को दिखाते हो हमे हमेशा धैर्य से काम करना चाहिए जो लोग अपने धन और ताकत को अच्छे कार्यो में लगाते हो इस दुनिया में हर किसी को अधिकार होता है अपनी जीवन को आनन्द और सुख -सुविधाओं के साथ जीने का लेकिन हमें चमक-धमक वाली जिंदगी में अन्धा नहीं होना चाहिए जो लोग धन के नशे में अहंकारी हो जाते है वह लोग आचरण से बहुत दूर हो जाते है और अपने लिए पाप की गठरी तैयार कर लेते है क्योकि ऐसे लोगो के अन्दर से मानवता खत्म हो जाती है जो हमेशा भोग-विलास और वासना में अन्धे हो जाते है। 


आचरण से समाज का बदलाव / diversion of society by conduct


एक व्यक्ति जो धैर्य और सयंम के साथ जीता है ऐसा व्यक्ति हमेशा उन लोगो के लिए काम करता है जो लोग अपने समाज के सताये हुए लोग होते है जिन्हे समाज में आजादी से जीने नहीं दिया जाता और आगे बढ़ने नहीं दिया जाता क्योकि हमारे समाज के कुछ ताकत वर लोग उन्हें आगे बढ़ने नहीं देते ऐसे लोगो को लगता है की अगर हर कोई विकशित हो गया तो उनका वर्चस्व खत्म हो जायेगा लेकिन अच्छे आचरण वाला व्यक्ति समाज को आगे बढ़ाने का काम करता है और उन्हें विकसित करने का काम करते है क्योकि अच्छे आचरण वाले व्यक्ति हमेशा अपने समाज ,प्रकृति और ज्ञान -ध्यान आदि के लिए जीने वाले लोग होते है अच्छे आचरण वाले लोग दूसरे के दुख को अपना दुख समझते है। व्यक्तियों के लिए जीवन में उनका चरित्र सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। 


हमारा आचरण हमारे जीवन काल का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच होता है क्योकि आचरण ही हमारा भाग्य तय करता है जिससे हमें हमारे कर्मो का फल प्राप्त होता है। सामाजिक स्तर को सुधारने के लिए हमे उन्हें शिक्षित करके उनके आचरण को निखारना होता है जिसके कारण लोगो के अंदर आचरण का संचार होता है तब उन्हें आचरण का मतलब समझ आता है और जब समाज के लोग अपने आचरण का पालन करने लगते है तब वह अपना चारो तरफ से विकास करते है जिससे वह समाज विनम्र होता है। किसी भी समाज का आचरण उसकी विचारधारा और उसके द्वारा रचित होने वाले रचनात्मक कार्यो के द्वारा होता है जो उन्हें जन्मजात प्राप्त होती है और चरित्रवान व्यक्ति जब अपने लक्ष्य की तरफ अग्रसर होता है तब उसे सफलता जरूर मिलती है। 


हमारे समाज में बहुत से चरित्रहीन लोग भी होते है जिनका जीवन में कोई लक्ष्य नहीं होता है। जिनका चरित्र जानवर के समान होता है क्योकि ऐसे लोगो का जीवन कोई दृष्टिकोण नहीं होता है जो पूरी तरह से विचारहीन होते है और ऐसे लोग समाज के लोगो को भी विचारहीन बनाने की तरफ अग्रसर रहते है। जिस परिवार में महिलाओं को सम्मान नहीं मिलता उस परिवार के बच्चे ज्यादा आचरणहीन होते है और जिस परिवार में महिलाओं का सम्मान होता है उस परिवार के बच्चे अपनी संस्कृति ,सभ्यता ,परम्पराये और आचरण के साथ जीने वाले होते है जिनका बचपन से ही लक्ष्य और दिशा निर्धारित होती है 


उपसंहार / epilogue


आचरण व्यक्ति के स्वभाव को दर्शाता है आचरण व्यक्ति के लक्ष्य को निर्धारित करता है और आचरण एक विकसित समाज की स्थापना करता है। जो एक सम्पन्न और विकसित समाज कहलाता है आचरण व्यक्ति की दशा और दिशा दोनों बदल देता है। जो व्यक्ति आचरण से विनम्र होता है वह व्यक्ति एक समाज को अच्छा समाज बनाने में उनके पथ को प्रदर्शित करता है। अच्छे आचरण की विचारधारा रखने वाला व्यक्ति भगवान के सबसे करीब होता है। जो अपने विचारो और अपने आचरण से सभी का दिल जीत लेता है जो हमेशा अपने माता-पिता को सम्मान और इज्जत देता है। जो अपने आचरण के आधार पर अपनी संस्कृति ,सभ्यता और परम्पराओं के साथ जीता है। 



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