प्यार ,मोहब्बत और दोस्ती / love, love and friendship
प्रस्तावना / Preface
प्यार ,मोहब्बत और दोस्ती ऐसे शव्द जो व्यक्ति का जीवन बदल देते है। प्यार व्यक्ति को एक समझदार ,जिम्मेदार ,सहनशील ,प्रेरणा स्रोत और दयावान बना देता है। प्यार एक बहुत ही खूबसूरत अहसास होता है। जब हम किसी के प्यार में होते है तब हमारे जीवन में रस और रोमांस भर जाता है और हम दुनिया से बे फ़िक्र होकर एक अलग ही दुनिया में पहुंच जाते है प्यार हमारे जीवन में खशिया लाता है और हमे एक जिम्मेदार इंसान बना देता है जिससे हम अपने आपका विकास कर पाते है। प्यार और दोस्ती दोनों अलग चीज है लेकिन प्यार का अहसास दोस्ती से ही शुरू होता है। जब हम किसी को अपना दोस्त बनाते है तो धीरे-धीरे हम उसे जानते और समझते है और उसी दौरान हमे सामने वाले के लिए प्यार का अहसास होने लगता है और वह हमे अच्छा लगने लगता है। हालांकि दोस्ती हम एक लड़की भर से नहीं करते बल्कि और भी लोगो से दोस्ती करते है अगर हम दोस्ती और मोहब्बत की बात करे तो दोस्ती सबसे बड़ी होती है।
love, love and friendship |
प्यार और दोस्ती की परिभाषा / definition of love and friendship
प्यार को परिभाषित कर पाना हमारे वश की बात नहीं है जिस प्रकार लोग भगवान को नहीं जान पाते ठीक उसी प्रकार प्रेम को समझ पाना मुश्किल है क्योकि प्रेम की ना तो गहराई नापी जा सकती है और ना ही उचाई प्रेम भी भगवान की तरह अनंत होता है जिसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है जैसे-जैसे आप अपने प्रेमी या प्रेमिका को अन्दर से जानने लगते है उसको आप अपने में महसूस करने लगते है। आपके प्रेम की गहराई बढ़ती जाती है। एक समय ऐसा आता है जब आपका प्रेमी आपके लिए सब कुछ हो जाता है। उसके लिए आप सबसे टकराने के लिए तैयार रहते हो क्योकि वह आपकी जिन्दगी बन जाता है। जीवन में प्यार आपको एक सभ्य एवं सफल व्यक्ति बनाता है।
प्यार पवित्र होता है लेकिन आज लोगो ने प्यार की परिभाषा ही बदल दी है आज प्यार कम साजिश ज्यादा होती और कभी-कभी उस साजिश के तहत लोगो को अपनी जान गवानी पड़ती है प्यार तो मीरा को श्याम से था जिसके लिए उन्होंने सारे बन्धन तोड़ दिए क्योकि उनकी नजरों में प्रेम से बड़ा कुछ भी नहीं था ऐसे ही हीर-रांझा ,सोनी महिवाल ,और बाजीराव-मस्तानी आदि लोगो का अमर प्रेम ही प्यार को परिभाषित करता है। इसी लिए कहते है की प्रेम को समझ पाना बहुत मुश्किल होता है जिसने प्रेम को समझ लिया उसे और कुछ समझने की जरूरत नहीं होती है क्योकि प्रेम के आगे सब कुछ बेकार होता है क्योकि सच्चे प्यार में लोग अपना सब कुछ समर्पण कर देते है और अपने प्रेमी या प्रेमिका के लिए वह सारी तकलीफे उठाने के लिए तैयार रहता है जो समर्पण नहीं करता वह आप से प्यार नहीं करता ऐसे व्यक्ति जीवन भर आपको मुर्ख समझते है और मुर्ख बनाते है।
दोस्ती और प्रेम में बहुत अन्तर होता है दोस्ती कितनी भी गहरी हो लेकिन एक लड़की अगर दो दोस्तों के बीच में आ जाये तो उनके बीच दरार पड़ना तय है इसी लिए कहते है की दोस्ती प्यार मोहब्बत के आगे कमजोर होती है लेकिन हर व्यक्ति के ऊपर यह बात लागू नहीं होती है क्योकि बहुत से लोग होते है जो दोस्ती को सबसे ऊपर रखते है जो दोस्ती के लिए अपनी मोहब्बत को छोड़ देते है। जिस प्रकार प्रेम की गणना करना आसान नहीं होता उसी प्रकार दोस्ती की गणना करना आसान नहीं होता क्योकि दोस्ती भी जीवन में बहुत महत्व रखती है। दिल में प्यार हो भरोसा हो तो दोस्ती जीवन में दिल का सबसे अच्छा रिश्ता बन जाता है और कभी-कभी दोस्ती मोहब्बत में बदल जाती है क्योकि दोस्ती दिल से होती है और दिल का रिश्ता किसी के साथ भी बन सकता है वह लड़का हो या लड़की दोस्ती का कोई लिंग भेद नहीं होता है।
दोस्ती तो बहुमूल्य होती है उसका आंकलन करना बहुत मुश्किल होता है क्योकि दोस्ती का रिश्ता दिल से होता है। हमारे जीवन में बहुत से दोस्त बनते है लेकिन उनमे कुछ लोग जीवन भर अच्छे मित्र की तरह हमारे अच्छे और बुरे वक्त में हमारा साथ निभाते है। एक अच्छा दोस्त अपने दोस्त को कभी अकेला महसूस नहीं होने देता है कहने के लिए हमारे पास बहुत मित्र होते है लेकिन आपके संकट के समय पर जो मित्र काम आये वही सच्चा मित्र होता है इस लिए अच्छे मित्रो की पहचान करे और स्वार्थी लोग से दूर रहे ताकि आप बर्बादी के रास्ते में चलने से बच सकें। जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव आते है मगर एक अच्छा मित्र आपको उन सारे संकटो से हमे बाहर निकाल लेता है। इस दुनिया में दोस्ती की बहुत सी मिसालें है जो हमे सच्ची मित्रता को समझती है जैसे कृष्ण और सुदामा ,दुर्योधन और कण ,राम और सुग्रीव आदि मिसालें मौजूद है। आज के जमाने में एक अच्छा मित्र ढूढ़ना बहुत मुश्किल है लेकि नामुमकिन नहीं है बस अपने आप में धैर्य होना चाहिए।
प्यार का महत्व / importance of love
मोहब्बत और दोस्ती जीवन की सबसे महत्व पूर्ण चीज होती है क्योकि प्रेम के बिना हर इंसान का जीवन अधूरा होता है। प्यार का महत्व उसको समझ में आता है जो आत्मा से प्रेम करते है। कहते है की प्रेम वह होता है जो आखों से हो और आपके दिल में उतर जाये। जो प्यार दिमाग से हो और दिल में उतर जाये वह प्रेम नहीं हवस होती है जिसका प्रेम से कोई लेना-देना नहीं होता है क्योकि प्यार लोगो के लिए जीना और त्याग करना सिखाता है। प्रेम लोभ-माया से लोगो को दूर रखता है। प्रेम एक व्यक्ति को समझदार और जिम्मेदार बनाता है। दुनिया में ऐसी बहुत सी कहानियां है जो हमे प्रेम का मतलब समझाती है और हमे यह भी बतलाती है की प्रेम एक व्यक्ति के जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
राधा और कृष्ण का प्रेम एक अम्र प्रेम कहा जाता है क्योकि की उनके प्रेम की कोई सीमा नहीं थी शायद इसी कारण भगवान कृष्ण राधा के रूप में और राधा भगवान कृष्ण के रूप में नजर आते थे इसी लिए कहा गया है की राधा और कृष्ण दो जिस्म एक जान थे। उनके प्रेम में इतनी सच्चाई थी की वह एक-दूसरे से दूर रह कर भी एक-दूसरे के करीब होते थे। इसी लिए कहते है की आज भी गोकुल के निधि वन में भगवान कृष्ण और राधा जी और गोपियों के साथ रासलीला करते है ऐसी बहुत सी कहानियां है दुनिया में जो अपने प्रेम को दर्शाती है। जो हमे यह बताती है की प्रेम से बड़ा दुनिया में कोई चीज नहीं होती है जहां प्रेम नहीं होता वहां कुछ भी नहीं होता है और यही चीज भगवान कृष्ण और राधा जी की प्रेम कहानी लोगो को समझने की कोशिश करती है
प्यार का महत्व वही लोग समझते है जिनके लिए आपका प्रेम सबसे बड़ा होता है आपके जीवन प्रेम है तो वह आपको बर्बादी के रास्ते से निकाल कर आपका पथ प्रदर्शित करता है और एक लक्ष्य की ओर आपको आगे बढ़ाता है। प्रेम जीवन आपको स्वार्थ को त्यागने और परोपकार करने की प्रेरणा देता है। जब हमारे जीवन में कठिन परिस्थिति होती है उस समय अगर आपके पास किसी के प्रेम की ताकत है तो आप कठिन से कठिन परिस्थिति का सामना कर सकते है। अगर हमारे जीवन में प्रेम ना हो तो हम अपने रास्ते से भटक जाते है और जीवन में एक अपराध का रास्ता चुन लेते है क्योकि तब हमारी सोच नकारात्मक हो जाती है और हम विनाश की ओर अग्रसर हो जाते है इस लिए हमारे जीवन में प्रेम बहुत जरूरी होता है क्योकि प्रेम हमे मानसिक शान्ति प्रदान करता है क्योकि प्रेम से बढ़ कर कोई मंत्र नहीं होता एक व्यक्ति को सही रास्ते में लाने के लिए और उसे प्रेरणा स्रोत बनाने के लिए।
दोस्ती का महत्व / importance of friendship
एक इंसान के जीवन में रिश्ते सबसे ज्यादा अहमियत होनी चाहिए क्योकि रिश्ते हमारे दुख-सुख के साथी होते है लेकिन हमारे दुख -सुख औए हमारी हर बात को जानने वाला सिर्फ एक ही व्यक्ति होता है। जो हमारा सबसे अच्छा दोस्त होता है जो हमारे सबसे ज्यादा करीब होता है। हमारे जीवन में हमारा खास दोस्त कोई भी हो सकता है हो सकता है वह हमारे पिता हो माँ या फिर हमारे भाई -बहन हो सकते है या फिर हो सकता है की हमारे स्कूल ,कॉलेज और उस जगह से भी हो सकता है जहा हम काम करते है। दोस्ती का रिश्ता कभी किसी से भी हो सकती है लेकिन दोस्ती का रिश्ता भरोसे पर होता है अगर दोस्ती में भरोसा नहीं तो वहां पर रिश्ता नहीं बल्कि स्वार्थ होता है और अपना स्वार्थ साधने वाले कभी किसी रिश्ते के महत्व को नहीं समझते है।
दोस्ती और प्रेम दोनों का अगल-अलग महत्व होता है लेकिन दोस्ती किसी भी तरह से प्रेम में हावी नहीं होती क्योकि दोस्ती का मतलब अपने दोस्त की ख़ुशी होती है और दोस्ती के लिए हमेशा लोग त्याग करते है लेकिन लोग दोस्ती के लिए प्रेम का त्याग बहुत कम करते है जो दोस्ती को मानते है और उसे समझते है वह कभी भी अपने रिस्ते में दरार नहीं आने देते है जो लोग दोस्ती को दुनिया का सबसे अलग रिश्ता समझते है वह लोग हमेशा दोस्ती को अहमियत देते है। दोस्ती को समझ पाना हर व्यक्ति के बस की बात नहीं है। दोस्ती को वही समझ सकता है जो शहनशील ,धैर्यवान और रिश्तो की अहमियत को समझने वाला व्यक्ति ही एक अच्छा दोस्त बन सकता है क्योकि ऐसे लोग दोस्ती के महत्व को समझते है
हमारे परिवार के बाद दोस्ती हमारे द्वारा चुना हुआ एक खूबसूरत रिश्ता होता है जो हमारी दूसरी प्राथमिकता होती है जिसके साथ हम अपने अच्छे और बुरे पलों को जीते है कहते है की अगर आपके पास एक अच्छा मित्र है तो वह कितनी बार भी रूठे हमें उसे हमेशा मना लेना चाहिए क्योकि एक अच्छा मित्र बहुत मुश्किल से मिलता है और वह हमारे लिए कीमती होता है इस लिए हमें उसे खोना नहीं चाहिए। हमारे जीवन में भले ही एक मित्र क्यों ना हो लेकिन अच्छा मित्र होना चाहिए क्योकि हमारे अन्दर संगत का असर बहुत होता है इस लिए बहुत सारे मित्र बनाने के चक्कर में हमे गलत लोगो से दोस्ती नहीं करनी चाहिए क्योकि एक गलत मित्र आपका जीवन बर्बाद कर देता है हमें समझदारी और जानकारी करने के बाद ही किसी को अपना घनिष्ठ मित्र बनाना चाहिए।
उपसंहार / epilogue
प्यार और दोस्ती दोनों अपनी-अपनी जगह पर महत्व रखती है मगर दोस्ती पर प्रेम हावी जरूर होता है। प्रेम हमे विनम्र और शहनशील बनाता है तो दोस्ती हमारा मार्गदर्शक बनती है। प्रेम हमें रिश्तो की अहमियत और उनके आधार को समझाता है। जीवन में दोस्ती हमें संकटो से बचाती है तो वही प्रेम हमको जीवन का आधार बनता है लकिन प्रेम को लोग दोस्ती से ऊपर समझ लेते है और उस वजह से कहि ना कहि दोस्ती में दरार पड़ जाती है जो लोग अपने प्यार और दोस्ती को एक नजर से देखते है वहा दरार की कोई गुंजाइश नहीं होती है। जब लोग प्यार में अन्धे होकर दोस्ती में दूरी बनाने लगते है तब दो दोस्तों के बीच लकीर खिच जाती है। इस लिए हमें दोस्ती और प्यार में समंजस बना कर रखना चाहिए।
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