हमारे जीवन का महत्व हम कैसे समझें / How do we understand the importance of our life
प्रस्तावना / preface
हमें एक जन्म में एक जिन्दगी मिलती है जो ईश्वर का दिया हुआ सबसे बड़ा उपहार है जो अनमोल है। हमें अपने जीवन का महत्व को समझना चाहिए। आज हमारे चारों तरफ भीड़ ही भीड़ है जिसके कारण हम लोगों का स्वभाव बदलता जा रहा है और हम जीवन का महत्व भूलते जा रहें है। ईश्वर ने हमें जीवन दिया उस जीवन को कर्मप्रयाण बनाने के लिए हमें एक खूबसूरत धरती प्रदान की जिससे हम अपने जीवन को सार्थक कर सकें मगर हम आज विभिन्न चीजों के पीछे भाग रहें है जिनका जीवन को उपयुक्त बनाने में कोई योगदान नहीं है। हम एक भीड़ बन कर भाग रहे है हमें कहा जाना है क्या करना है कुछ पता नहीं है बस सोचें जा रहे है और अपने जीवन के अस्तित्व को भूलते जा रहें।
जीवन का मतलब भागना नहीं होता क्योकि जीवन एक यात्रा है ठहराव नहीं है जिसके लिए हम परेशान हो रहें है इसलिए हमें जीवन को आनन्द लेकर और सुचारु रूप से जीना चाहिए। हमें किसी चीज के लिए पागल होने के बजाय जीवन का अर्थ समझना चाहिए और उसका भरपूर लाभ उठाना चाहिए। जीवन एक यात्रा है जो हमें जन्म से मृत्यु तक का समय बताती है। अपनी जीवन यात्रा में व्यक्ति को आनन्द और अच्छे विचारो के साथ ,अपनी धरोहर ,संस्कृति और परम्पराओं के साथ जीवन बिताए और जीवन में योग -साधना ,पूजा -पाठ और आराधना का महत्व बढ़ाए।
importance of our life |
अपने जीवन का अर्थ समझें / understand the meaning of your life
हमारा जीवन ईश्वर का दिया हुआ एक वरदान है जिसे हमें आनन्द पूर्वक गुजरना चाहिए कोई जल्दी नहीं होनी चाहिए क्योकि जीवन एक यात्रा है जो हमारे जन्म से शुरू होकर हमारी मृत्यु पर समाप्त होती है इसलिए इसे एक ठहराव समझकर भागते नहीं रहना चाहिए। जीवन के स्वरूप के बारे में बहुत से विद्वानों ,साहित्यकार और मनोवैज्ञानिकों ने विभिन्न प्रकारों से जीवन को समय -समय पर सही तरह से परिभाषित किया है। जिसने अपने जीवन का अर्थ समझ लिया उसका जीवन सफल हो गया और जीवन में जो उन चीजों के पीछे भागता रहता है जिनका जीवन को सार्थक बनाने में कोई योगदान नहीं होता ऐसा व्यक्ति अपने जीवन से आनन्द को दूर कर देता है। आप कब तक और कितना जियेंगे यह महत्वपूर्ण नहीं है। आप अपने आपको जीवन में कितना प्रभावशाली बना पाते है यह महत्वपूर्ण है।
जीवन को आनन्दपूर्ण बनाने के लिए उसका अर्थ समझने के लिए व्यक्ति को ज्ञान प्राप्त करना जरूरी है क्योकि अगर आपके पास ज्ञान नहीं है तो आप जीवन का महत्व कभी नहीं समझ सकतें है। ज्ञान व्यक्ति के जीवन को सही दिशा दिखाता है उसका मतलब समझता है ताकि व्यक्ति अपने जीवन में भागने के बजाय धीरे -धीरे चले ताकि जीवन को एक प्रभावशाली जीवन बनाने में सफल हो सकें। आज लोगो को लगता है कि जीवन का आनन्द लेने के लिए अच्छी नौकरी या फिर अच्छा व्यवसाय होना बहुत जरूरी है जब यह सब होता है तब वह सोचता है कि जीवन को आनंदपूर्ण बनाने के लिए कम्पनी में मुझे अच्छे पद पर होना बहुत जरूरी है या मेरा व्यवसाय बड़ा होना जरूरी है। इस वजह से हम जीवन भर भागते रहते है और आनन्द जीवन में कभी आता ही नहीं है।
जीवन के उद्देश्यों को समझें / understand the purpose of life
ईश्वर हमें जीवन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए इस धरती पर भेजता है जिसे पूरा करना हमारे जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। हम अपने जीवन हर रोज अलग -अलग लोगों से मिलते है अलग -अलग चीजों में काम करते है और उनमें शामिल होते है। कुछ लोग एक ही चीज में लगें होते है तो कुछ लोग व्यवसाय के पीछे भागते रहते है तो कुछ लोग जीवन भर सोचते रहते है तो कुछ लोग पूरा जीवन मौज मस्ती में निकाल देते है। ऐसे लोग जीवन के उद्देश्यों को भूल जाते है। हमारे जीवन में हुए अच्छे कार्यो कि हमें ख़ुशी मनानी चाहिए और उसके लिए हमें धन्यबाद करना चाहिए। इससे हमारे अन्दर अपने उद्देश्यों को पूरा करने की प्रेरणा उत्पन्न होती है।
हमारा जीवन एक उद्देश्यपूर्ण जीवन है इसलिए हमे अपने जीवन को कभी भटकने नहीं देना चाहिए हमें ईश्वर के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। इस तरह से हम अपने उद्देश्यों को पूरा करने का रास्ता तलाशने में सहज होते है। हम हर रोज एक उद्देश्य चुनते है और उसे पूरा करने के लिए सोचते है लेकिन अगले दिन हम आलस्य से भर जाते है और अपने उद्देश्य को भूल जाते है। इसलिए हमें अपने उद्देश्य के प्रति द्रण संकल्प होना चाहिए।यदि हम अपने जीवन को गहराई से समझें तो पता चलेगा कि जीवन कितना बहुमूल्य है इसी लिए इस जीवन का एक उद्देश्य होना चाहिए वरना हमारा जीवन कभी सार्थक नहीं होगा। हमें लगता है कि पैसा कमाना सुविधाओं के साथ जीना अच्छा खाना खाना अच्छे कपड़े पहनना यह हमारे जीवन का उद्देश्य नहीं है इससे हमारे शरीर को सुख मिलता है हमारी आत्मा को नहीं इसलिए अपने उद्देश्यों को पहचाने और उन्हें पूरा करे।
जीवन को बर्बादी से बचाये / save life from ruin
हमारा जीवन बहुत अनमोल है इसलिए इसे बर्बादी से बचाये और इसका मोल समझे यह ईश्वर के द्वारा रची हुई बहुमूल्य चीज है जो ईश्वर की सबसे खूबसूरत रचना है। हमें बुरी आदतों से दूर रहना चाहिए जैसे शराब ,धूम्रपान आदि आदतों से दूर रहना चाहिए क्योकि बुरी आदतें हमें हमारे उद्देश्यों से भटका देते है जिस कारण हम अपने जीवन को सफल नहीं बना पाते है। हमें कभी भी इन्सानियत और प्रकृति का दुश्मन नहीं बनना चाहिए क्योकि जीवन इन्सानियत और प्रकृति की रक्षा के लिए है क्योकि प्रकति से हमें ऊर्जा प्राप्त होती है और इन्सानियत से समाज और देश का विकास होता है। आज हमारे स्वार्थ के कारण हम अपने जीवन का आधार भूलते जा रहे है जिस वजह से लोगों के अन्दर शहनशीलता खत्म होती जा रही है इसके कारण समाज में द्वेष भावना का जन्म हो रहा है।
आज लोग जीवन के अस्तित्व को छोड़ के भ्रम में जीते है क्योकि आज के समय में लोग अपने स्वार्थ और अपने मतलब के लिए जीवन को अन्धकार में जीने लगे है लोग अपने मतलब के लिए लोगो पर अत्याचार करते है। इंसान को इंसान नहीं समझते है। खुद को बर्बादी के रास्ते में लिए जा रहे है क्योकि ऐसे लोगो को जीवन का महत्व नहीं पता। आज लोग नशे में अपना जीवन बर्बाद कर रहे नशे से मानसिक शक्ति क्षीण होती है जिससे लोग लड़कियों का बलत्कार करते है उन्हें जिन्दा जला देते है। ऐसे लोग अपने परिवार पर भी अत्याचार करते है। इंसानियत को बनाये रखने के लिए ऐसे लोगी को समाज से बहिष्कार करना चाहिए ताकि अन्य लोगो पर ऐसे लोगो का असर ना पड़े।
उपसंहार / Epilogue
अपने जीवन के महत्व को समझने के लिए हमे अपने जीवन के उद्देश्यों को निर्धारित करना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। हर उद्देश्य का एक समय भी निर्धारित होना चाहिए क्योकि आप अपने उद्देश्यों को समय पर पूरा नहीं करते तो बाद में उसका कोई महत्व नहीं होता है क्योकि हमारे जीवन की यात्रा कभी रूकती नहीं है। इसलिए हमारा ध्यान हमारे उद्देश्यों पर होना चाहिए ताकि हम अपने उद्देश्य को समय पर पूरा कर सकें ताकि उसका परिणाम हमारे मन के मुताबित हो सकें। हमारा जीवन बहुत सी शक्तियों द्वारा निर्मित है जिसका महव हमें समझना चाहिए।
हमारा जीवन मानवता कि सेवा और प्रकृति कि रक्षा करने के लिए हमारा जन्म हुआ है। ईश्वर ने हमें जो भी दिया उसके लिए हमें उनका आभार मानना चाहिए। अपने जीवन में हमें सरल और विनम्र होना चाहिए ताकि हम लालच वश अपने उद्देश्यों से भटके नहीं और मानवता के लिए कार्य करते रहे क्योकि जीवन परोपकार ,समाजवाद और ईश्वर के द्वारा प्रदान की गयी धरोहर को सयो कर रखना और उसे अपनी आने वाली पीढ़ी को प्रदान करना है। हमें अपने जीवन को लोभ ,मोह ,माया में नहु भटकने देना चाहिए ताकि हमारा जीवन मानवता के लिए काम करता रहें।
https://hamarizindagi369.blogspot.com/
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें