बुधवार, 2 नवंबर 2022

धूप और छाँव का महत्व / Importance of sunshine and shade

धूप और छाँव का महत्व / Importance of sunshine and shade


प्रस्तावना / Preface


धूप और छाँव जीवन का आधार है यहां धूप का मतलब जीवन का संघर्ष से है और छाँव जीवन में एक अच्छी जिन्दगी से है जिसमे एक व्यक्ति के पास जीवन जीने के लिए सारे साधन उपलब्ध होना है। धूप जो जीवन में संघर्ष को दर्शाता है जहां एक व्यक्ति अपने जीवन में बराबर संघर्ष करता रहता है क्योकि संघर्ष तप्ती धूप की तरह होता है और जीवन में तप्ती धूप में संघर्ष करके आगे बढ़ते है वह लोग जीवन में एक मुकाम हासिल करते है और समाज में एक नामचीन व्यक्ति बनते है। छाँव में रहने वाले व्यक्ति को जीवन में बिना संघर्ष किये ही सबकुछ प्राप्त होता है बीएस उन्हें अपनी मिली हुई धरोहर को आगे बढ़ा सकें। जीवन के उतार और चढ़ाव धूप और छाँव जैसे होते है जो जीवन में हमें धूप की तपन और छाँव की नर्मी के बारे में बतलाते है।  







धूप और छाँव का अर्थ / Meaning of sunshine and shade



धूप और छाँव जीवन के दो पहलू है जो हमारे जीवन के दुख और सुख को दर्शाते है क्योकि धुप का अर्थ होता है संघर्ष और तपन भरी जिन्दगी और छाँव का अर्थ एक सकून और सरल जीवन जिसमे आपको बिना मेहनत के सब कुछ प्राप्त हो जाता है। जीवन में धूप हमें कड़े संघर्ष और हमारी कार्य क्षमता को दर्शाती है शायद इसी लिए लोग कहते है की कुंदन तब तक सोना नहीं बनता जब तक वह आग में तपता नहीं है। वही छाँव हमारे आलस्य और कार्यहीन क्षमता को दर्शाती है क्योकि ऐसे व्यक्ति को बिना कुछ किये सब कुछ मिल जाता है और इस वजह से वह दिशाहीन हो जाते है क्योकि ऐसे लोग छाँव का अर्थ ही गलत समझ लेते है जबकि छाँव का मतलब हमें जो मिला है उसे आगे बढ़ाना और उसमे वृद्धि करना होता है। 



जिस प्रकार धूप की तपन से एक व्यक्ति अपनी जिन्दगी अपने आपको आगे बढ़ाता है और अपने जीवन में एक मुकाम हासिल करता है क्योकि ऐसे लोग अपनी मेहनत को सबसे ज्यादा अहमियत देता है इसी कारण वह व्यक्ति अपने मकसद में कामयाब होता है और समाज मे प्रतिष्ठित व्यक्ति बनता है। जीवन में जो लोग कड़ी धूप को कठिन समझ के अपने कदम पीछे खींच लेते है ऐसे व्यक्ति छाँव का भी सही उपयोग नहीं कर पाते है क्योकि ऐसे लोग धूप और छाँव का मतलब नहीं समझ सकतें है। धूप और छाँव हमारे जीवन में कर्म और धर्म को भी दर्शाते है क्योकि जब हम कड़ी मेहनत करते है तब हमारे कर्म बनते है और जब हम ठंडी छाँव में बैठ कर ईश्वर की अराधना करते है वह धर्म के प्रति हमारी आस्था को दर्शाता है। 



जो लोग जीवन का अर्थ समझते है वह लोग जीवन में धूप और छाँव का अर्थ भी समझते है और ऐसे लोग हमेशा लोगो के लिए कार्य करते है और जीवन भर धूप की तपन की परवाह किये बिना लोगो के लिए परोपकार करते रहते है क्योकि ऐसे लोगो के लिए कड़ी मेहनत करने के बाद ही उन्हें ठंडी छाँव का अहसास करते है क्योकि ऐसे लोग जब दुसरो को खुश और शकुन भरा देखते है तब उन्हें बहुत ख़ुशी महशूस होती है। जो लोग जीवन में धूप और छाँव का अर्थ समझ लेते है वह लोग जीवन में मोह ,माया ,लोभ आदि से आगे निकल जाते है और जीवन का सही उपयोग करते है जिससे उनका जन्म सफल और सार्थक हो जाये और ऐसा करने वाले लोग भगवान के भी बहुत करीब होते है क्योकि ऐसे लोगो का जीवन बिना किसी स्वार्थ और लालच के होता है। 



धूप और छाँव का महत्व / Importance of sunshine and shade



धूप और छाँव यह हमारी जिन्दगी में बहुत महत्वपूर्ण है क्योकि धूप हमारे जीवन के अंधकार को दूर करके हमें एक संघर्षपूर्ण ,परोपकार और एक सार्थक जीवन प्रदान करती है जो हमें जीवन का असली मतलब समझाती है। धूप हमारे जीवन को उज्जवल और प्रगतिशील बनाती है जिससे हम अपने जीवन एक दिशापूर्ण बनाने में सफल होते है। जीवन धूप की चमक से गतिशील होता है अगर हम छाँव की बात करे तो छाँव हमारे लिए सकून का काम करती है और हमारे जीवन को दिशाहीन भी करती है हम ऐसा इस लिए कह सकते है क्योकि जब एक व्यक्ति जीवन में अपने आपको कड़ी धूप में तपा कर मेहनत करता है ऐसा व्यक्ति हमें छाँव का महत्व सही तरह से समझा सकता है और जो लोग जन्म से आराम भरी जिन्दगी पाते है ऐसे लोग ना तो तपती हुई धूप का महत्व समझ पाते है और ना ही छाँव का महत्व क्योकि ऐसे लोग सब कुछ होने की वजह से जीवन का मकसद भूल जाते है। 



अगर हमें जीवन मे जन्म से सब कुछ प्राप्त होता है तो हमे भगवान का धन्यवाद करना चाहिए और हमे हर चीज का महत्व समझना चाहिए ताकि हमें जीवन में किसी चीज के लिए परेशान ना होना पड़े और जीवन में हमें उन लोगो की इज्जत करनी चाहिए जो लोग अपनी कड़ी मेहनत से अपने जीवन को आगे बढ़ाते है और एक मुकाम हासिल करते है। कहते है की भगवान किसी को पहले देता है और किसी को बाद में लेकिन जो लोग मेहनत करते है जो धूप की कड़ी तपन में तपता है उसे फल अवश्य मिलता है। इस लिए व्यक्ति को अपने जीवन का महत्व समझना चाहिए और हमे जीवन में धूप भरी जिन्दगी जीने में निराश नहीं होना चाहिए और छाँव भरी जिन्दगी मिलने पर हमें कभी अहंकारी नहीं होना चाहिए क्योकि अहंकार हमारा जीवन बर्बाद कर देता है। इस लिए धूप हो या छाँव हमें ख़ुशी मन से हमें अपनाना चाहिए और अपने कर्म करते रहना चाहिए जिससे हमारा जन्म सार्थक हो सकें। 



अगर हम धूप की तपन और ठंडी छाँव का महत्व समझ ले तो हमारा जन्म सफल हो जाता है लेकिन आज लोग अपने जीवन का महत्व नहीं समझते क्योकि आज लोग हर चीज के प्रति अंधे हो चुके है इसी लिए कोई पैसे के पीछे भाग रहे है कोई सत्ता के पीछे तो कोई अपने आपको सर्बोच्य बनाने में लगा हुआ है क्योकि लोग अपने जीवन का अस्तित्व भूल चूका है और इसी लिए आज हमारे समाज में चोरी ,बलत्कार ,नशा पृवत्ति आदि बढ़ रहे है जिस वजह से लोगो की मनोवृति बदलती जा रही है जिसकी वजह से ऐसे लोग जीवन धूप और छाँव का मतलब नहीं समझ पाते है जो लोग इनका महत्व नहीं समझते वह लोग अपना जीवन सार्थक नहीं बना पाते है और जीवन भर बिना लक्ष्य के भटकते रहते है क्योकि ऐसे लोग हमेशा भृमित होते है 



उपसंहार / epilogue



धूप और छाँव जीवन को सार्थक बनाते है। हमारा जीवन कड़ी मेहनत और सकून भरी छाँव पर आधारित होती है। धूप जीवन में हमें ऊर्जा प्रदान कर हमें कड़ी मेहनत करने के लिए जीवन को सार्थक बनाने में मदद करती है। मेहनत करने के बाद हमारी थकावट को दूर करने के लिए जीवन की ठंडी छाँव हमें शकून देती है इसी लिए कहते है की हमें धूप और छाँव दोनों का महत्व समझना चाहिए तभी हमारा जीवन सार्थक बनता है जिससे हमारा जन्म सफल होता है और हमें भगवान की कृपा प्राप्त होती है। व्यक्ति को चाहे कड़ी धूप की तपन मिले या फिर ठंडी छाँव उसे हमेशा धैर्य रखना चाहिए कभी अपने जीवन को लालच वश स्वार्थी नहीं बनाना चाहिए। जो लोग अपने जीवन का महत्व नहीं समझते वह लोग अपने जीवन को कभी भी सार्थक नहीं कर पाते है। 



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