शनिवार, 29 अक्तूबर 2022

गरीबी का अर्थ / meaning of poverty

गरीबी का अर्थ / meaning of poverty


प्रस्तावना / Preface


गरीबी एक अभिशॉप है उस हर व्यक्ति के लिए जो गरीबी में अपना पूरा जीवन बिताता है जो पूरा जीवन मूलभूत सुविधा रोटी ,कपड़ा और मकान के लिए परेशान रहता है। गरीबी हमारे देश की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की सबसे बड़ी समस्या है। एक गरीब व्यक्ति पूरी जिंदगी परेशान रहता है क्योकि वह व्यक्ति अपने जीवन में मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम नहीं कर पाता है। एक गरीब व्यक्ति जीवन भर इस लिए गरीब रहता है क्योकि गरीब होने की वजह से वह व्यक्ति अपना और अपने परिवार का विकास नहीं कर पाता है और इसी कारण समय के साथ गरीबी बढ़ती जाती है मगर कभी खत्म नहीं होती है। गरीबी खत्म ना होने का कारण बेरोजगारी ,महगाई और शिक्षा है जिसकी वजह से गरीबी खत्म नहीं होती है। गरीबी खत्म ना होने का सबसे बड़ा कारण हमारे देश की बढ़ती हुई जनसंख्या है जिसकी वजह से गरीब समाज का विकास नहीं हो पाता है। गरीब व्यक्ति के लिए समाज के साथ प्राकृतिक आपदा भी उसके विकास में बाधक बन जाती है। 







गरीबी का कारण / cause of poverty


गरीबी हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या है आज हमारे देश में लगभग 35 %आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीते है जिनकी आय शहर में 33 रूपये और गांव में 27 रूपये के नीचे होती है इतनी आय में एक गरीब व्यक्ति का विकास होना सम्भव नहीं है। देश की आजादी के बाद से अब तक गरीबी देश की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है जिसका निस्तारण आज तक नहीं हो पाया क्योकि गरीब व्यक्तियों के लिए बनाई गयी योजनाओं का लाभ गरीब समाज को नहीं मिल पाती है जिस वजह से आज भी हमारे देश की गरीबी खत्म नहीं हुई। गरीबी जीवन में एक व्यक्ति को शारीरिक तौर पर और दिमागी तौर पर तोड़ देती है और उस वजह से वह व्यक्ति कभी आगे नहीं बढ़ पाता है। हमारे देश में गरीबी बढ़ने का कारण बेरोजगारी है जिस वजह से हमारे देश में गरीबी बढ़ती जा रही है और आज भी रोजगार की बहुत कमी है। 


गरीबी खत्म ना होने का कारण एक मुख्य कारण शिक्षा भी है। लोगो का शिक्षित ना होने के कारण उनका विकास नहीं हो पाता क्योकि शिक्षित ना होने के कारण वह लोग सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते है और उसका फायदा कुछ चालाक लोग उठा लेते है। शिक्षित होने पर उन्हें हर जगह पर ठगा जाता है। गरीब व्यक्ति ना तो सही तरह से अपना इलाज करा पाता है और ना ही अपने लिए रोटी ,कपड़ा और मकान की व्यवस्था कर पाता है पूरी जिन्दगी संघर्ष करता रहता है लेकिन उसका फल कभी नहीं मिलता क्योकि वह उतना समझदार नहीं होता जितना समाज के पढे -लिखें लोग होते है। प्राकृतिक आपदाय ,महामारी और अकाल एक गरीब को और गरीब बना देती है। कृषि के लिए मानसून पर निर्भर होने से भी एक गरीब व्यक्ति का विकास नहीं हो पाता जिस वजह से गरीब व्यक्ति कभी आगे नहीं बढ़ पाता है। 


एक गरीब व्यक्ति अपने साथ-साथ अपने परिवार को भी गरीब बना देता है क्योकि गरीबी के कारण एक व्यक्ति अपने परिवार को सुख-सुविधा नहीं दे पाता ना ही उनकी शिक्षा करवा पाता है और ना ही वह उनको एक अच्छा घर दे पाता है क्योकि गरीबी होने के कारण वह मजदूरी वाले काम ही कर पाता है लेकिन उस काम में वह इतना भी नहीं कमा पाता की अच्छे से अपने परिवार का पेट भर सकें जिस कारण वह व्यक्ति अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ा पाता। एक गरीब व्यक्ति के परिवार में अगर कोई भी व्यक्ति बीमार हो जाये तो वह उस व्यक्ति का इलाज भी नहीं करा पाता और उस वजह से उसके परिवार का व्यक्ति दम तोड़ देता है। गरीबी एक व्यक्ति का जीवन भर हर मोड़ में इन्तहान लेती रहती है। 


आमिर-गरीब में असमानता / inequality among the poor


हमारे देश में आमिर और गरीब में एक बहुत बड़ी खाई बन चुकी है जिसके कारण एक आमिर एक गरीब को अपना गुलाम समझता है जिसकी वजह से एक गरीब को समाज में वह इज्जत और सम्मान नहीं मिलता है जिस वजह से हमारा समाज दो भागो में बटा हुआ है। जब तक हमारे समाज में समानता नहीं होगी तब तक देश की गरीबी दूर नहीं हो सकती है क्योकि देश में बटा हुआ समाज भी गरीबी का एक कारण है। जो गरीब है उसको एक आमिर व्यक्ति ना तो अपने बराबर में बैठाना चाहता है और ना ही उसे वह सम्मान देना चाहता है जिसका वह हकदार है। समाज में असमानता तभी खत्म हो सकती है जब लोग किसी व्यक्ति को उसके काम से जज करना बन्द कर देंगे तभी समाज में बदलाव आएगा। गरीबी और पिछड़ेपन के कारण गरीब व्यक्ति कभी आगे नहीं बढ़ पाता और अगर वह प्रयास भी करता है तो सामाजिक लोग और उसकी मुश्किलें आगे नहीं बढ़ने देती है। 


प्राकृतिक आपदा / natural calamity


प्राकृतिक आपदा एक गरीब के आगे बढ़ने में बड़ी बाधक होती है हमारे देश में सर्दी ,गर्मी और बरसात तीन मौसम होते है और तीनो मौसम में एक गरीब व्यक्ति परेशान रहता है क्योकि उसके पास अच्छा मकान नहीं होता जहा रह कर वह अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सकें। हमारे देश में गरीब व्यक्ति शहरो के फुटपाथ और झोपड़पट्टी में बसा होता है जो की किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं होता है हमारे देश में लाखों लोग समुद्र के तट पर और नदियों के किनारे पर बसें होते है। जब समंदर में चक्रवात और नदियों में बाढ़ आती तब गरीब व्यक्ति की रहने की व्यवस्था अस्त-वस्त हो जाती है जिसकी वजह से वह फिर से गरीबी रेखा के नीचे चला जाता है। झोपड़पट्टी में रहने की वजह से बीमारियों का भी आभाव बहुत होता है लेकिन गरीब व्यक्ति अपना इलाज करा पाने असमर्थ होता है इस कारण से वह अपनों को खो देता है। 


गरीब व्यक्ति के पास सर्दी के समय में मकान ना होने के कारण उसके बुरे हाल हो जाते है क्योकि फुटपाथ और झोपड़पट्टी में रहने के कारण गरीब व्यक्ति ठण्ड से अपनी सुरक्षा नहीं कर पाता है। गर्मी में भी गरीब व्यक्ति चैन से नहीं रह पाते। गरीब व्यक्ति के पास सुविधा ना होने के कारण वह लोग हर मौसम में मुशीबत का सामना करते है। मौसम के कारण उनके काम में भी असर पड़ता है जिस वजह से वह पैसे नहीं कमा पाते जिसके कारण वह गरीब व्यक्ति और उसका परिवार और भी ज्यादा गरीब होते जाते है। एक गरीब व्यक्ति को चारों तरफ से पूरी जिन्दगी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। खेती करने वाले गरीब किसान प्राकृतिक आपदा का शिकार होते है जब वह खेती करते है तो बारिस होने और ओला गिरने से फसल बर्बाद हो जाती है जिसके कारण गरीब किसान और  भी ज्यादा गरीब हो जाता है बहुत से किसान प्राकृतिक आपदा और कर्ज के कारण आत्महत्या तक कर लेता है। 


गरीबी का निवारण / poverty alleviation


एक गरीबी का निवारण तभी हो सकता है जब सरकार द्वारा बनाई गयी योजनाए सही तरिके से एक गरीब व्यक्ति तक पहुंच सके और उसके लिए सरकार को अपनी योजनाओ को एक गरीब के लिए प्रतिबन्धित करना होगा जिससे एक गरीब की योजना का लाभ कोई और ना उठा सकें। गरीब व्यक्ति की गरीबी तब दूर होगी जब एक गरीब परिवार के बच्चो को सही तरह से शिक्षा मिलेगी जब बच्चे अच्छे से पढ़ें-लिखेंगे और उनको एक सही दिशा मिलेगी तभी एक गरीब व्यक्ति का विकास होगा और गरीबी दूर होगी। एक गरीब व्यक्ति को गरीबी से बाहर निकालने के लिए उसे उसके पिछड़ेपन से बाहर निकालना होगा तभी उसका विकास सम्भव होगा। जिस तरह से हम किसी चीज को बेचने के लिए उसका प्रचार करते और लोगो को उसके बारे में बताते है ठीक उसी प्रकार हमे एक गरीब व्यक्ति को पिछड़ेपन से बाहर निकलने के लिए हमे उन्हें हर चीज की जानकारी देना होगा और समझाना होगा तभी एक गरीब व्यक्ति का विकास होगा। 


कहने के लिए तो हम इक्कीसवीं सदी में जी रहे है मगर आज भी हमारे देश में उनकी जनसंख्या अधिक है जो आज भी गरीबी और पछड़ेपन और आदिवासी की जिन्दगी जी रहे है। हमारे देश की सरकारों को जरूरत है की सबसे पहले हमारे देश के गरीबों को हर चीज के प्रति जागरूक करने का काम करे ताकि गरीब व्यक्ति हर चीज को समझ सकें और अपने को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित क्र सकें। सरकार को एक अभियान चलना होगा जिससे एक गरीब व्यक्ति शिक्षा ,स्वाश्थ ,सरकारी योजना ,और समाज के स्तर को समझ सकें। एक गरीब व्यक्ति के विकास के लिए शिक्षित होना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योकि शिक्षा एक ऐसा अमृत है जिससे एक गरीब व्यक्ति अपने पिछड़ेपन को खत्म कर सकता है और जीवन में अपने आपको एक उच्य स्तर प्रदान कर सकता है। जब व्यक्ति अपना विकास करता है तब वह अपने समाज का भी विकास करता है और इस तरह से एक गरीब और पिछड़ेपन समाज का विकास होता है आज हमारे देश में बहुत ज्यादा गरीबी है और गरीबी दूर करने के लिए रोजगार ,शिक्षा ,स्वाश्थ और एक गरीब का विकास करना जरूरी है तभी हमारे देश से गरीबी दूर होगी। 


गरीबी हटाओ संस्थाए / poverty alleviation organizations


हमारे देश में गरीबी को खत्म करने के लिए सरकार के साथ-साथ बहुत सी संस्थाए भी काम करती है। संस्थाए गरीब लोगो के लिए स्वाश्थ सेवा उनके बच्चो के लिए स्कूल और रोजगार की व्यवस्था आदि के लिए कार्य करती है। संस्थाए गरीब लोगो को समाज के प्रति जागरूक करने का काम करती है ताकि गरीब व्यक्ति आज के आधार पर समाज के साथ चल सकें और अपना अपने परिवार का जीवन बदल सकें। हमारे देश में बहुत सी ऐसी संस्थाए है जो गरीब व्यक्तियों के लिए खाना ,स्व्छय पानी ,उनके लिए कपड़े और रहने की व्यव्श्थाये करती है। हमारे देश में संस्थाए और सरकार मिल कर गरीबों के लिए कार्य करती है जिससे गरीबो को काफी सुविधाएं प्राप्त होती है। गांव-गांव जा कर संस्था के लोग गरीब बच्चो को पढ़ाते और उनके खाने-पीने तथा कपड़ों का इन्जाम करते है। 


हमारे देश में स्वाश्थ सेवाएं गरीब लोगो को मुफ्त में दी जाती है जिससे वह लोग स्वश्थ रहे सकें उनके रोजगार के लिए सरकार द्वारा चलाई गयी मनरेगा योजना भी है जिससे गरीब व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त होता है और संस्थाए भी उनके लिए रोजगार प्रदान करती है जिससे उनकी मदद हो सकें और वह लोग भी दूसरे लोगो की तरह जीवन बिता सकें लेकिन हमारे देश में जनसंख्या के कारण गरीबी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है जो हमारे देश के विकास के लिए वहुत बड़ी समस्या है क्योकि जब व्यक्ति विकास नहीं करेगा तो देश का विकास कैसे होगा इसी लिए हमारे देश के संस्थाए गरीब व्यक्तियों को आगे बढ़ाने के लिए हर तरह के प्रयास करती है जिससे हमारे देश की गरीबी खत्म हो सकें। 


उपसंहार / epilogue


गरीबी एक व्यक्ति के लिए एक बीमारी है जिसका कोई इलाज होते हुए नहीं दिखाई देता है क्योकि हमारे देश में जनसंख्या का आभाव बहुत ज्यादा है जिसके कारण देश में रोजगार की समस्या बहुत ज्यादा है जो देश की बहुत बड़ी समस्या है इसी कारण देश में  गरीबी का स्तर बढ़ता जा रहा है। हमारे देश में गरीब किसान गरीबी और कर्ज के बोझ तले दब कर आत्महत्या कर लेता है। एक गरीब व्यक्ति अपने पुरे जीवनकाल में मूलभूत सुविधाओं का भी इंतजाम नहीं कर पाता है जिसके कारण उसका परिवार भी गरीब बना रहता है कभी अपना विकास नहीं कर पाता है। एक गरीब व्यक्ति में शिक्षा का ना होना भी गरीबी का कारण है जिसके कारण वह सरकार द्वारा बनाई गयी योजनाओ का लाभ नहीं ले पाता है उसका फायदा कोई और उठा लेता है। गरीब व्यक्ति को स्वाश्थ सुविधाएं भी सही तरीके से नहीं मिल पाती है जिस कारण गरीब व्यक्ति अपनों को खो देता है। गरीब व्यक्ति के लिए जीवन का हर समय विपत्तियों से भरा होता है इसी कारण वश वह अपना विकास नहीं कर पाता है। 



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