मंगलवार, 10 जनवरी 2023

जीवन में अहसास का क्या मतलब है / what is the meaning of feeling in life

 जीवन में अहसास का क्या मतलब है / what is the meaning of feeling in life


प्रस्तावना / Preface


अहसास जिन्दगी का वह अनुभव होता है जो जीवन में कभी खत्म नहीं हो पाता है क्योकि अहसास कोई चीज या वस्तु नहीं है जो नष्ट हो जाएगा। जब हम कोई काम करते है तब हमें उस चीज से जो पहला अहसास होता है वह बहुत सुखद और यादगार होता है जिसे हम कभी भुला नहीं पाते है जैसे -पहली बार जब हम छोटे से बच्चे को गोद में लेते है ,जब हम पहली बार किसी भी प्रकार कि चित्र -कला या कला कृतियाँ आदि को आकार देते है ,जब हमें पहली बार किसी भि तरह कि पीड़ा या कोई तकलीफ मिलती है उस समय होने वाला अहसास जीवनभर हमारे साथ याद बनकर रहता है। किसी भी तरह का अहसास हमारे जीने कि वजह बनते है क्योकि अगर अहसास नहीं होंगे तो हमारे लिए इस जीवन को गुजरना बहुत कठिन हो जायेगा। जीवन में मिलने वाला दुख ,सुख एक अहसास का ही माध्यम होता है क्योकि हम उसे कभी भूलते नहीं है। 


what is the meaning of feeling in life



अहसास जिन्दगी का / feeling of life


जीवन में हमें अहसास बहुत तरह से होते है। जब एक औरत एक बच्चे को जन्म देने के लिए अपनी जान दाव पर लगा देती है और जब उस बच्चे का जन्म होता है तब उस बच्चे को देखकर उसकी आवाज को सुनकर उस औरत के अन्दर जो अहसास प्रकट होते है वह अहसास जिन्दगी भर उसके साथ रहते है क्योकि वह अहसास ही है जो उसे सम्पूर्ण नारी बनने का बोध कराते है क्योकि कहते है कि एक नारी संम्पूर्ण नारी तब बनती है जब वह माँ बनती है वही अहसास एक माँ को अपने बच्चे के प्रति ममता कि मूरत बनाता है हमें जीवन में अपने अहसास को कभी मरने नहीं देना चाहिए। हम जानते है कि हमारे जीवन में बहुत से उतार -चढ़ाव आते है और वो उतार -चढ़ाव हमारे जीवन में बहुत से अहसास छोड़ जाते है और वही अहसास हमारे जीवन को आगे बढ़ने में हमारी मदद करते है।


हर व्यक्ति के अन्दर कोई ना कोई प्रतिभा होती है लेकिन उसे उस प्रतिभा का कोई अंदाजा नहीं होता है मगर धीरे -धीरे उसको अंदर से उस प्रतिभा का अहसास होने लगता है जो उसे उसके शारीरिक और मानसिक परिवर्तन से पता चलने लगता है और वह उस चीज का अहसास करने लगता है।इसलिए हमें कभी भी अपने अहसास को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। वरना हम अपनी मंजिल तक कभी नहीं पहुंच पाएंगे हमें उस पल का अहसास हमेशा होते रहना चाहिए जब हम किसी चीज को पहली बार करते है जैसे -बचपन में साइकिल चलाना ,फुटबाल को जोर से किक मारना ,किसी भी चीज पहली बार देखना और देखते रह जाना ,पहली -पहली बार स्कुल जाना ऐसी बहुत सी चीजे होती जो पहली बार करते है और उस समय हमें जो अहसास होता है। वह जीवनभर साथ रहता है। 


अहसास जीवन को गति देता है / feeling drives life


हमारे अहसास ही है जो हमे जीवन में आगे बढ़ने कि प्रेणना देते है जब हम पहली बार किसी चीज को करते है और उस चीज से हमें जो ख़ुशी मिलती और उससे जो अहसास होता है वह हमारे जीवन को गति प्रदान करता है और ऐसे अहसास से हम प्रोत्साहित होते है। जब हम अपने किसी अहसास को गति देते है तब हम अपनी मंजिल कि ओर तेजी से बढ़ते है क्योकि हमारे अहसास उस काम के लिए हमें स्थाई बनाते है। अहसास हमारे वह जज्बात है जो हमें हमारे काम को करने के लिए प्रेणना देते है। हमारे अहसास हमको समाज में प्रतिष्ठावान बनाते है  जिससे हम अपने आपको समाज में स्थापित करते है  और सबसे अलग चेहरा बनते है। हमारे अन्दर अपने समाज को आगे बढ़ाने लिए भी अहसास प्रकट होते है। 


अहसास हमें दुनिया से अलग बनाते है जब व्यक्ति अपनी प्रतिभा को उभारकर बाहर निकालता है तब वह सचिन तेंदुलकर कि तरह एक महान खिलाडी बनता है ,अब्दुल कलाम जैसे वैज्ञानिक बनते है ,राज कपूर ,दिलीप कुमार ,अमिताभ बच्चन ,दा किशोर कुमार जैसे लोगो को इनके अहसास ने महान कलाकार बना दिया ठीक उसी प्रकार हमारे जीवन का कोई एक अहसास पता नहीं कब हमें भी इनकी तरह महान बना दे इसलिए हमे कभी भी हमारे जीवन के अहसास छोड़ना नहीं चाहिए। हमें अपने अहसास का हमेशा अंतर मन मूल्यांकन करना चाहिए और उसे गति देना चाहिए। हमें अपने जीवन को गति देने के लिए अपने अहसास के साथ -साथ मेहनत और आत्मविश्वास कि भी बहुत जरूरत होती है तभी हम अहसास को गति दे सकतें है। 


अहसास जीवन बदल देते है / Feelings change lives


हमें बचपन से बहुत से अहसास होते है जिसमे बहुत से अच्छे होते है और बहुत से बुरे होते है यह हमें सोचना होता है कि हमें कौन से अहसास को साथ लेकर चलना है। कभी -कभी हम बहक जाते है और किसी ओर ही रास्ते में चल देते है क्योकि कच्ची उम्र में हमारे अन्दर किसी भी चीज कि पहचान कर पाने का तजुर्बा नहीं होता है  जिस वजह से हम अपने अहसास को समझ नहीं पाते है और जब तक हमें समझ आता है तब तक समय बहुत आगे निकल जाता है इसका एक ओर कारण यह भी है कि उस समय हमारे पास कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं होता जो हमें सही रास्ता दिखा सकें जिसके कारण हम अपने अहसास को लेकर नहीं चल पाते और जमाने से पीछे रह जाते है। 


अहसास हमारे जीवन को बदल देता है लेकिन हमारा सिर्फ इतना अहसास कर लेना कि मै यह करुंगा और वैसा हो जायेगा तो आप बिलकुल गलत सोच रहे हो ऐसा कुछ भी नहीं होता क्योकि सिर्फ अहसास होने भर से जीवन नहीं बदलता। अहसास हमाको प्रेणना देता है ,हमें उस कार्य के प्रति प्रोत्साहित करता है ,अहसास हमारी दिशा निर्धारित करता है ताकि हम उस कार्य के प्रति जिम्मेदार बन सकें और अपने कार्य को पूरी मेहनत ,दृणसंकल्प और पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्य को करने के लिए तैयार हो सकें। हमें चाहिए कि हम अपने द्वारा होने वाले अहसास को समझे और उसमे फर्क करके देखे कि वह अहसास हमें जीवन में गति देने वाला अहसास है या फिर हमारे जीवन को भ्रम में डालने वाला अहसास है। 


उपसंहार / Epilogue


 अहसास जीवन में हमें सफल बनाते है। अगर हम अपने अहसास को सही समय में समझ ले तो  वरना वह अहसास सिर्फ अहसास बनकर रह जाता है और हम जीवन में कभी कुछ भी नहीं कर पाते है इसलिए हमें अपने अहसास का अक्सर अध्ययन करना चाहिए और पूरी मेहनत से उस कार्य को करना चाहिए जिस प्रतिभा का आपको अहसास होता है। हम पूरा जीवन अपने अहसास के साथ जीते है और वही चीज हमारी सफलता का कारण बनती है अगर हम असफल भी होते है तो हमें अपने अहसास को छोड़ना नहीं है बल्कि उस अहसास के साथ दुगनी तेजी से अपने कार्य को करना है। 


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