खुशनुमा सुबह हमारी जिन्दगी को खुशहाल बना देती है / Happy morning makes our life
प्रस्तावना / Preface
हमारी जिन्दगी को खुशहाल बनाने के लिए हमारी सुबह खुशनुमा होना बहुत जरूरी है क्योंकि सुबह हमारे जीवन में नई ताजगी और ऊर्जा प्रदान करती है। सुबह हमारी जिन्दगी में नया सबेरा लाती है जो हमारे जीवन को खुशहाल बना देती है। सुबह -सुबह जब पंक्षी आसमान में भृमण के लिए निकलते है और सूर्यदेव कि लालिमा छाती है तो हमारा मन आनन्दित और प्रफुल्लित हो जाता है सुबह हमारे नए जीवन की प्रतीक बनती है क्योंकि जिंदगी को नया बना देना हमारी सुबह का काम होता है। सुबह हमारी दिनचर्या को एक नया आयाम प्रदान करती है जिससे हम पूरी उमंग और तरंग के साथ कुछ नया करने कि कोशिश करते है। सुबह से पहले ब्रह्ममुर्त होता है जिसे हम प्रातःकालीन कहते है जो हमारे नित्य क्रिया योग -साधना और पूजा—पाठ का सही समय होता है।
हमारे जीवन में सुबह का महत्व / importance of morning in our life
सुबह एक ऐसा समय जो हमारी आखें खुलते ही हमारी जिन्दगी को खुशनुमा बना देती है। सूर्यदेव की आती हुई चमकदार किरणें हमारे चेहरे को तेजवान बना देती है। जिन्दगी की हर सुबह हमारे जीवन को एक नया अध्याय लिखने के लिए प्रेरित करती है। हमें सुबह -सुबह सूर्य कि किरणों का आवाहन करना चाहिए जिससे हमारे अन्दर नई ऊर्जा का संचार हो सकें और हम अपने आप में तरो -ताजा महसूस कर सकें। हमारी सुबह योग -साधना ,पूजा -पाठ और आराधना से खुशनुमा बन जाती है क्योंकि हमें भारतीय संस्कृति यही सिखाती है और यही हमारी दिनचर्या का हिस्सा है।सुबह होते ही चिड़ियों की चहचहाहट और कोयल की कूक हमारे वातावरण को संगीतमय कर देती है जिससे हमारी सुबह खुशनुमा हो जाती है।
सुबह से पहले एक सुबह और होती है जिसे हम प्रातःकाल कहते है जो ४ बजे से ५ बजे के समय को कहते है जिसे हम ब्रह्म मुहर्त भी कहते है। कहते है कि यह समय सबसे अच्छा समय होता है। जो व्यक्ति प्रातःकाल को अपनी दिनचर्या में शामिल करते है वह लोग हमेशा निरोगी रहते है और प्रभु के समीप होते है। प्रातःकाल का माहौल शान्त और साफ वातावरण वाला होता है। स्वच्य हवा जब हमारे बदन को छूती है तब हमें बहुत शुकून महसूस होता है। हरी घास में पड़ी ओस की ठण्डी बूदें हमारे पैरो को ठंडक महसुस कराती है। जब हम प्रातःकाल पर उठते है तब सूर्यदेव आराम मुद्रा में होते है जिस कारण उनकी किरणें शांत होती है और जैसे ही प्रातःकाल समाप्त होता है वैसे ही सूर्यदेव के किरणें आसमान में लालिमा बिखेर देती है। सूर्यदेव की रौशनी में उड़ते हुए पंक्षियों के उस झुण्ड के दृश्य को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है।
सुबह -सुबह उठने से हमारा मन शान्त होता है शुद्ध हवा प्राप्त होने से हमारी बुद्धि तेज होती है और हमारा स्वास्थ्य ठीक रहता है हम जब सुबह उठते है तब हम शारीरिक और मानसिक रूप से तनाव मुक्त रहते है और हमारे अन्दर ऊर्जा का संचार बना रहता है सुबह उठने से हमारा मन अच्छा सोचता है जिससे हमें दूसरों के लिए कुछ करने की प्रेरणा मिलती है। सुबह होते ही मन्दिरों में घण्टियों की आवाज गूंजने लगती है पूजा -पाठ होने लगती है साधु—सन्त योग मुद्रा में साधना करने लगते है ऐसी सुबह देखकर हमारा ह्दय तृप्त हो जाता है। सुबह जो हमारे अरमानो और सपनों को उड़ान देने के लिए सहायक होती है। सुबह का महत्व हम ऐसे भी समझ सकतें जैसे जो लोग सुबह उठते है उनकी सोच हमेशा सकारात्मक होती है मन शान्त होता है और वह लोग संघर्षपूर्ण जीवन जीते है।
पहाड़ों की सुबह / hills morning
सुबह तो हर जगह पर एक जैसी होती है लेकिन पहाड़ों में प्रकृति की अनुपम देन की वजह से पहाड़ों की सुबह अकल्पनीय होती है वहा की ओस की बूदों से नहाई हुई वादिया और वादियों के चारों तरफ ओस की वजह से फैला हुआ धुँआ एक मनमोहक दृश्य को जन्म देता है। सूर्यदेव की किरणें पहाड़ों को चमकदार और सुनहरे रंग का बना देती है। पहाड़ों से बहने वाली नदियां वनस्पतियों को हरा -भरा कर देती है। जब हम पहाड़ों में घूमने जाते है तो वहा पर सुबह -सुबह का ऐसा वातावरण देखकर हम फ़लीविभूत हो जाते है वहा कि चारों तरफ फैली हरियाली को देखकर हम आश्चर्य हो जाते है। प्रकृति ने दुनिया में किस तरह से अपना खजाना बिखेर रखा है यह हमें पहाड़ी इलाको को देखने से पता चलता है।
पहाड़ों में सुबह -सुबह के शान्त महौल में बहती हुई नदियों के स्वर सुनाई देते है ,पंक्षियों की चहचहाहट और हवाओं की सरसराहट सुनाई देती है ,साधु -संतो की साधना करने से पहाड़ों में ओम की गूंज गूंजती रहती है ऐसी चीजें सुनकर मन प्रसन्न हो जाता है वही पहाड़ों के जंगलों में रहने वाले जानवर अपनी आवाज से लोगों को अपने होने का एहसास कराते है। पहाड़ों में इतनी सुंदरता वहा के वातावरण और जलवायु के कारण होती है इसी लिए वहा की सुबह अद्भुत ,अकल्पनीय और अविश्वसनीय होती है। पहाड़ों की सुबह हमे शुद्ध और संस्कारी बनाती है इसीलिए पहाड़ों के लोग प्राकृतिक रूप से सुन्दर होते है।
सुबह उठने के फायदें / benefits of getting up in the morning
सुबह हमारे जीवन का ऐसा समय होता है जो हमें सही दिनचर्या के मायने बताता है। सुबह उठने से लोग बिलकुल स्वश्थ रहते है क्योंकि सुबह का शांत माहौल हमारे अन्दर एक ऊर्जा पैदा करता है। सुबह उठने से हमारा मस्तिष्क शान्त होता है जिससे हम अपने अन्दर सकारात्मकता का संचार कर पाते है। सुबह उठने से हमारा मन अच्छी -अच्छी चीजों की तरफ आकर्षित होता है। सुबह जब हम उठते है आसमान बिलकुल शांत होता है धीमी -धीमी हवाएं चल रही होती है जिससे हमारे अंदर एक अजीब सी खुशी महसूस होती है अगर हम सूर्यदेव के उदय होने से पहले उठते है तो हमको अंदर से ऐसा लगता है जैसे हमारे अन्दर दिव्य शक्तियों का प्रवेश हो रहा हो जो हमें कुछ संकेत देने की कोशिश कर रही हो।
सुबह क्या है / what is morning
ऋषि -मुनि कहते थे कि दिन और रात प्राणिजति की दिनचर्या है जो हमारे जीवन और मृत्यु के बीच की दुरी को दिखाता है सुबह और शाम उसके पूरक है जिन्हे हम पहर भी कहते है। रात्रि विश्राम के बाद जब हम सुबह उठते है तब हम अपने आपको तरो -ताजा और ऊर्जावान महसूस करते है जिससे हमें सुबह होने का एहसास होता है। सुबह हमारे लिए एक ठण्डी छाँव है जो हमको हर रोज एक उम्मीद देती है अपने सपनों को साकार करने के लिए। सुबह एक आत्मविश्वास है जीवन में अपने आपको दुनिया से विपरीत कुछ कर दिखाने के लिए। जीवन में सुबह प्रतीक है हमारे अतुल्य संस्कारों और परम्पराओं की। सुबह आरम्भ है हमारे संघर्ष ,हमारे कर्तव्य और हमारी निष्ठा की। सुबह है गीत -संगीत ,साधना और अध्यात्म की। बस इतना समझ लीजिये की सुबह एक आगाज है हमारे जीवनकाल के लिए।
उपसंहार / Epilogue
हमें सुबह का महत्व अगर समझना है तो सुबह का एहसास करना जरूरी है क्योंकि सुबह सिर्फ एक पहर नहीं बल्कि प्राणिजति के लिए अमृत के समान होती है। सुबह हर किसी के जीवन के लिए प्रकाशवान होती है क्योंकि नया सबेरा नई चुनौती प्रदान करता है सुबह क्या है ,कैसी है और क्यों है यह हम तभी समझ सकतें है जब हम सुबह उठकर अपने खुले मन से उस सुबह का स्वागत करें और उसे अपने अंदर उतारने की कोशिश करें ऐसा करने से उसकी ऊर्जा हममें समाहित होती है। सुबह एक विचार है हमारे जीवन में बदलाव लाने और उसको सही दिशा में ले जाने के लिए क्योकि सुबह एक माध्यम है हमारे जीवन को उन चीजों से जोड़ने के लिए और उनको महत्वपूर्ण बनाने के लिए जिससे हम कर्तव्यपूर्ण बनते है।
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