हमारे जीवन में समाचार पत्र का महत्व / Importance of newspaper in our life
प्रस्तावना / Preface
समाचार पत्र हमारी जिन्दगी का अहम हिस्सा होता है। हर रोज हम अपने आस-पास और देश दुनियाँ की खबरों के लिये हम समाचार पत्र को पढ़ते है। जिससे हमे सम्पूर्ण जानकारी मिलती है। अगर आपको किसी खबर के बारे में जानना है तो समाचार पत्र एक प्रमुख साधन है। समाचार पत्र की भाषा एक दम सरल होती है। जिसे पढ़ना बहुत आसान होता है।बहुत से समाचार पत्र तो हमारी अपनी लोकल भाषा में भी छपते है जो हमारे लिये और भि ज्यादा आसान होता है।
समाचार पत्र के लिये वहुत सारे क्षेत्र होते है हमारे पास इतने सारे क्षेत्र होते है जिन्हें पढ़ने के लिये पढ़ने वालो के पास बहुत सारे स्थाई रूप से चुनाव कर सकते है। समाचार पत्रो में प्रकाशित होने वाली खबरें एक दम असली और पक्की होती है। समाचार पत्रों में आज के समय में होने वाली घटनाओ की जानकारी प्राप्त होती है। समाचार पत्र में बहुत सारे क्षेत्र जैसे राजनीति ,खेल ,तकनीकि ,फ़िल्मी जगत और अर्थशास्त्र इत्यादि खबरे प्रकाशित होती है लोगो को कम पैसों में एक अच्छी चीज मिल जाती है। जिसे पढ़ने के बाद लोगो के पैसे बर्बाद नहीं होते है।
Importance of newspaper in our life |
समाचार पत्र की शुरुआत / start of newspaper
इटली के बेसिन नामक जगह से समाचार पत्र कि शुरुआत पहली वार १६ वीं शताब्दी में हुई थी। इसके बाद लोग समाचार पत्र को पढ़ने लगे और इस तरह समाचार पत्र प्रसिद्ध होने लगे। १७वीं शताब्दी में जब इग्लैंड में समाचार पत्र छपने लगा तब समाचार पत्र को प्रशिद्धि मिलने लगी और इसकी सराहना होने लगी और इस तरह से समाचार पत्र दुनियाँ में फैलने लगा।
भारत में समाचार पत्रों कि शुरुआत १७८० ई. में एक अंग्रेजी भाषा में 'दी बंगाल गैजेट' के नाम से कलकत्ता में छापा गया था। इस समाचार पत्र का संपादन जेम्स हिक्की ने किया था। इसके बाद अन्य देशो की तरह भारत में भी समाचार पत्रों कि अधिकता बढ़ने लगी और भारत के लोगो के बीच में समाचार पत्र लोकप्रिय होने लगा।
समाचार पत्र की भाषा / newspaper language
समाचार पत्र लगभग हर भाषा में उपलब्ध होता है अब तो भारत में हर भाषा में समाचार पत्र छपने लगे है। कोई भी व्यक्ति किसी भि भाषा में समाचार पत्र पढ़ सकता है।क्योकि आज बाजार में हर भाषा में समाचार पत्र मिलते है और इसी वजह दुनियाँ का हर आदमी शहर हो या फिर गाँव वह समाचार पत्र पढ़ सकता है और देश - दुनियाँ में क्या हो रहा है आपको सब पता चल जाता है।समाचार पत्र से हमें देश में कहा नौकरी मिलेंगी और कहा पर निकलने वाली है क्योंकि जितने भी सरकारी और प्राइवेट विभाग अपना विज्ञापन समाचार पत्र में ही दिया जाता है।
समाचार पत्र के लाभ / benefits of newspaper
समाचार पत्र पढ़ने से हमे देश -विदेश की जानकारी मिलती है बल्कि हमारी जानकारी बढ़ती है और हमारी याददास्त भी तेज होती है। इन समाचार पत्रों से लोगो को जागरूक करने में मदद मिलती है। समाचार पत्रों के द्वारा हमे अलग -अलग स्थानों की घटनाओं की व्याख्या की पूरी सही जानकारी मिलती है।
समाचार पत्र से हमें हर स्थान का ज्ञान प्राप्त होता है।कुछ लोग समाचार पत्र से अपने काम से सम्बन्धित क्षेत्र की खबरें पढ़ना पसन्द करते है। जैसे कुछ लोग व्यापार की जानकारी के लिये विख्यात समाचर पत्र ही पढ़ते है अपनी जानकारी अर्जित करते है ताकि बाजार में चल रही उथल -पुथल पर नजर बनाये रख सके।
आज का युवा वर्ग रोजगार की तलाश में समाचार पत्र पढ़ता है ताकि उसे रोजगार के बारे में पता चल सके। जिससे वह नौकरी के लिये आवेदन कर सके और एक अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकें। कुछ लोगो को सिर्फ खेल के बारे में जानने की रूचि होती है और वह लोग सिर्फ इसी लिये समाचार पत्र पढते है।
कुछ लोग ऐसे भी होते है जो सिर्फ तकनीकि जानकारी ही चाहते है और ऐसे लोग सिर्फ इसी लिये समाचार पत्र पढ़ते है। इन सब से अलग एक समुदाय ऐसा भी होता है। जो समाचार पत्र की हर विषय की जानकारी लेना चाहता है। जिससे वह अपने ज्ञान को बढ़ा सकें।
समाचार पत्र के नुकसान / disadvantages of newspaper
जहां समाचार पत्र पढने से हमें अत्यधिक फायदे होते है वही पर समाचार पत्र से कुछ नुकसान भी होते है क्योकि कुछ लोग अपने समाचार पत्र को प्रकाशित करने के लिये और उसकी बिक्री को बढ़ाने के लिये झूठी खबरों का सहारा लेते है जिससे लोगो को गलत जानकारी प्राप्त होती है जिससे हमारा समाज गुमराह होता है।
गलत खबर से समाज में गलत प्रभाव पड़ता है। कुछ समाचार पत्र ऐसे भी है जोकि समाज में जात और धर्म की आड़ में अपना प्रकाशन चलाने की कोशिश करता है और इसके कारण समाज में साम्प्रदायिक तनाव पैदा होता है। कुछ लोग समाचार पत्र को बेचने के लिये झूठे इस्तहारो का भी सहारा लेते जिनके कारण लोग भर्मित हो जाते है।
समाचार पत्रो के प्रकार / types of newspapers
समाचार पत्र कई प्रकार के होते है। जैसे रोजाना प्रकाशित होने वाला समाचार पत्र ऐसे ही कुछ हफ्ते में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र होते है। जोकि हफ्ते में दो दिन ही प्रकाशित होते है।इसी प्रकार साप्ताहिक समाचार पत्र होता है। जोकि हफ्ते में एक दिन ही मिलता है और इसी प्रकार अर्द्ध मासिक और मासिक समाचार पत्र होते है। इसी प्रकार पुस्तिका भी समाचार पत्र का हिस्सा होती है लेकिन इनके प्रकाशन का कोई समय नहीं होता है।
उपसंहार / Epilogue
समाचार पत्र हमारे समाज और देश-दुनिया को बनाने में अहम भूमिका निभाते है समाचार पत्र हमे आज की खबरे देते है जिससे हमे समाज में होने वाली गतिविधियों के बारे में पता चलता है। समाचार पत्र से हमारे अन्दर ज्ञान का संचार होता है यह हमारे अन्दर किसी चीज को समझने और उसे आंकलन करने की ऊर्जा को बढ़ाता है। कोई छोटा हो या बड़ा समाचार पत्र हर किसी के लिये होता है। क्योकि समाचार पत्र में हर किसी के लिये कुछ ना कुछ काम के लिए होता है समाचार पत्र से हमे देश विदेश की वर्तमान स्थिति का पता चलता है।
https://hamarizindagi369.blogspot.com/
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